10 Lines on Banyan Tree in Hindi: वट वृक्ष, जिसे बरगद के पेड़ के नाम से भी जाना जाता है, एक विशाल पेड़ है। यह निबंध १० लाइन में भारत के राष्ट्रीय वृक्ष
10 Lines on Banyan Tree in Hindi: वट वृक्ष, जिसे बरगद के पेड़ के नाम से भी जाना जाता है, एक विशाल पेड़ है। यह निबंध १० लाइन में भारत के राष्ट्रीय वृक्ष बरगद का का धार्मिक, पर्यावरणीय और औषधीय महत्व के बारे में बताता है।
10 Lines on Banyan Tree in Hindi - बरगद के वृक्ष पर 10 लाइन का निबंध हिंदी में for Class 1, 2, 3, 4 & 5
- बरगद का पेड़ भारत का राष्ट्रीय वृक्ष है।
- बरगद को कल्पवृक्ष या वट वृक्ष के नाम से भी जाना जाता है।
- बरगद के वृक्ष की ऊंचाई लगभग 20 से 25 मीटर तक होती है।
- वटवृक्ष को हिंदू धर्म, बौद्ध धर्म और जैन धर्म में पवित्र माना जाता है।
- इसे अमरता और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक माना जाता है।
- धार्मिक मान्यता के अनुसार बरगद के वृक्ष में शिव जी का निवास माना जाता है।
- महिलाएँ बरगद की परिक्रमा करके दीर्घायु और सौभाग्य की कामना करती हैं।
- बरगद का वृक्ष विशाल तना और शाखाओं वाला होता है।
- बरगद के वृक्ष को अक्सर खुले मैदानों, गांवों और मंदिरों के समीप देखा जाता है।
- आयुर्वेद में बरगद का उपयोग दवाई बनाने में किया जाता है।
- इसकी छाल, पत्तियाँ और दूधिया रस औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं।
- बरगद का पेड़ पर्यावरण को संतुलित रखने में मदद करता है।
- यह वातावरण से हानिकारक गैसों को अवशोषित करके वायु को शुद्ध करता है।
- वटवृक्ष की छाया में बैठने से मानसिक शांति और सुकून मिलता है।
- बरगद के पेड़ की पत्तियाँ चौड़ी और गहरी हरी होती हैं।
- इसके फल छोटे और गोल होते हैं, जिन्हें छोटे पक्षी और जानवर खाते हैं।
- इसकी विशाल शाखाएं पक्षियों और गिलहरी जैसे छोटे जीवों को आश्रय प्रदान करती हैं।
- इसकी घनी छाया गर्मियों के दिनों में ठंडक प्रदान करती है।
निष्कर्ष:
बरगद वृक्ष (Banyan Tree) भारतीय उपमहाद्वीप का एक महत्वपूर्ण और विशाल वृक्ष है। बरगद की सबसे प्रमुख विशेषता इसकी जड़ें हैं। इसकी जड़ें शाखाओं से निकल कर धीरे-धीरे नीचे की ओर बढ़ती हैं और जमीन में प्रवेश कर नए वृक्ष का रूप लेती हैं। इस प्रकार, बरगद वृक्ष का एक पेड़ कई पेड़ों के रूप में बदल जाता है।
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