स्कूल के पुराने दिन पर रचनात्मक लेखन: स्कूल के दिन, जीवन के सबसे खूबसूरत अध्याय होते हैं। ये वे दिन होते हैं जब हम दोस्त बनाते हैं, नए अनुभव सीखते हैं
स्कूल के पुराने दिन पर रचनात्मक लेखन (School ke purane din par rachnatmak lekhan)
स्कूल के पुराने दिन पर निबंध: स्कूल के दिन, जीवन के सबसे खूबसूरत अध्याय होते हैं। ये वे दिन होते हैं जब हम दोस्त बनाते हैं, नए अनुभव सीखते हैं और ज्ञानार्जन करते हैं। आज जब मैं अपने स्कूल के पुराने दिनों को याद करता हूँ, तो मुझे लगता है कि समय कितनी जल्दी बीत गया। मुझे उन दिनों की बहुत याद आती है। मैं चाहता हूँ कि मैं एक बार फिर से स्कूली जीवन का आनंद ले सकूं।
स्कूल के दिनों में हमारी दुनिया बहुत छोटी सी होती थी। हमारा पूरा संसार हमारे स्कूल, हमारे दोस्तों और हमारे शिक्षकों के इर्द-गिर्द घूमता था। मुझे आज भी स्कूल का पहला दिन अच्छी तरह याद है। मैं बहुत घबराया हुआ था और रो भी रहा था। धीरे-धीरे मैं स्कूल के माहौल में घुलमिल गया और मुझे बहुत मज़ा आने लगा। धीरे-धीरे, स्कूल मेरी दूसरी दुनिया बन गया।
स्कूल के शिक्षक हमारे दूसरे माता-पिता की तरह होते थे। उन्होंने न केवल हमें ज्ञान दिया, बल्कि हमें जीवन के मूल्यों से भी अवगत कराया। उन्होंने हमें सही और गलत के बीच फर्क करना सिखाया। वे हमारे मार्गदर्शक बने, हमें हमारी मंजिल तक पहुँचने में मदद की।
स्कूल के दिनों में परीक्षाएं हमेशा एक बड़ा तनाव होती थीं। हम रात-रात भर पढ़ाई करते थे और परीक्षा देने से पहले बहुत घबराते थे। लेकिन परीक्षाओं ने हमें मेहनत करने और लक्ष्य प्राप्त करने का महत्व सिखाया।
हमारे स्कूल के दिनों में हमने कई तरह के त्योहार मनाए। होली, दीवाली, स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी जैसे त्योहारों में हमने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया। स्कूल के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हमने गाया, नाचा और अभिनय किया। ये सब यादें आज भी हमारे दिलों में ताजा हैं।
आज जब मैं अपने स्कूल के दिनों को याद करता हूँ, तो मुझे लगता है कि ये दिन मेरे जीवन के सबसे खूबसूरत दिन थे। स्कूल के बाद जीवन में बहुत कुछ बदल जाता है। हम बड़े हो जाते हैं और नई जिम्मेदारियां लेनी होती हैं। लेकिन स्कूल के दिन हमेशा हमारे दिलों में रहते हैं।
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