जब मैं परीक्षा में फेल हो गया पर निबंध: परीक्षा के परिणाम आने का दिन हर एक छात्र के लिए मुश्किल होता है। मैं उम्मीद कर रहा था कि इस बार मैं अच्छे नंबर
जब मैं परीक्षा में फेल हो गया पर हिंदी निबंध (Jab Main Pariksha Mein fail ho Gaya)
जब मैं परीक्षा में फेल हो गया पर निबंध: परीक्षा के परिणाम आने का दिन हर एक छात्र के लिए मुश्किल होता है। मैं उम्मीद कर रहा था कि इस बार मैं अच्छे नंबर लाऊंगा, लेकिन जब मैंने अपना परिणाम देखा तो मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई। मैंने अपनी परीक्षा में फेल हो गया था। मैं सोच रहा था कि अब क्या होगा? मेरी माँ क्या कहेंगी? मेरे दोस्त क्या कहेंगे?
मैंने सोचा था कि मैं परीक्षा में पास हो जाऊंगा। मैंने बहुत मेहनत की थी, लेकिन फिर भी मैं परीक्षा में फेल हो गया था।ऐसा लग रहा था कि मेरी मेहनत बेकार गई। मैं अपने माता-पिता के चेहरे को देखने से डर रहा था। उन्हें पता चलने पर उन्हें कितना बुरा लगेगा, यह सोचकर ही मुझे घबराहट हो रही थी।
जब मैं घर पहुंचा तो मैंने अपने माता-पिता से बात करने की हिम्मत नहीं जुटाई। मैं सिर्फ अपने कमरे में जाकर रोता रहा। मैंने अपने परिणाम को छिपाने की कोशिश की, लेकिन मेरे माँ ने मुझे देख लिया। उन्होंने मुझे प्यार से पूछा, "क्या हुआ, बेटा?" मैंने सच बताने का हिम्मत नहीं जुटाया। मैंने बस कहा, "कुछ नहीं माँ, मैं ठीक हूँ।"
कुछ दिनों बाद, मेरी माँ ने मुझसे बात की। उन्होंने मुझे समझाया कि फेल होना कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि हर कोई कभी न कभी फेल होता है। महत्वपूर्ण बात यह है कि हम अपनी गलतियों से सीखें और आगे बढ़ें।
मैंने फिर से पढ़ाई शुरू कर दी। इस बार मैंने और भी मेहनत की। मैंने अपनी कमजोरियों पर काम किया और अपनी ताकत को बढ़ाया। जब अगली परीक्षा का परिणाम आया, तो मैं पास हो गया था। मुझे बहुत खुशी हुई।
इस पूरे अनुभव से मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैंने सीखा कि फेल होना कोई बुरी बात नहीं है। इससे डरने की जरूरत नहीं है। हम अपनी गलतियों से सीख सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम हार न मानें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयास करते रहें।
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