रक्षाबंधन पर निबंध: रक्षा बंधन भारतीय संस्कृति का एक प्राचीन और पवित्र त्योहार है, जो भाई और बहन के बीच के अटूट बंधन को दर्शाता है। यह त्योहार हर वर्ष
रक्षाबंधन पर निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi for Class 5, 6, 7, 8, 9 & 10)
रक्षाबंधन पर निबंध: रक्षा बंधन भारतीय संस्कृति का एक प्राचीन और पवित्र त्योहार है, जो भाई और बहन के बीच के अटूट बंधन को दर्शाता है। यह त्योहार हर वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, जो आमतौर पर अगस्त महीने में आता है। 2024 में, रक्षाबंधन 19 अगस्त को मनाया जाएगा।
रक्षा बंधन की परंपरा अपनी सादगी में गहरी है। बहन अपने भाई की कलाई पर एक रंगीन धागा - राखी - बांधती है, जो उनके बीच के अटूट बंधन का प्रतीक है। यह सिर्फ एक धागा नहीं, बल्कि एक वादा है - बहन की ओर से प्यार का और भाई की ओर से सुरक्षा का। तिलक लगाना, मिठाई खिलाना, और आरती करना - ये सभी रीति-रिवाज इस रिश्ते की मिठास और पवित्रता को और बढ़ा देते हैं। भाई द्वारा दिया गया उपहार और आशीर्वाद, उसके द्वारा अपनी बहन के प्रति समर्पण और जीवनभर की सुरक्षा का प्रतीक है।
रक्षाबंधन की परंपरा हजारों साल पुरानी है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब इंद्र देवता युद्ध में असुरों से पराजित हो रहे थे, तब उनकी पत्नी शची ने भगवान विष्णु से प्राप्त एक सुरक्षा सूत्र इंद्र की कलाई पर बांधा, जिससे उन्हें विजय प्राप्त हुई। एक अन्य मान्यता के अनुसार जब भगवान श्रीकृष्ण ने कंस को मार डाला था, तो उनकी उंगली कट गई थी। द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर श्रीकृष्ण के घाव पर बांध दिया था। इसी घटना के बाद से रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाने लगा।
इतिहास में भी इस त्योहार के और भी उदाहरण मिलते हैं। जैसे, मुगल शासक हुमायूं और राजपूत राजकुमारी कर्णावती की कहानी, जहां कर्णावती ने हुमायूं को राखी भेजकर सहायता मांगी थी।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रक्षा बंधन सिर्फ भाई-बहन तक ही सीमित नहीं है? हाँ, आज के जमाने में यह त्योहार रिश्तों की परिभाषा को नया रूप दे रहा है। दोस्त, पड़ोसी, यहाँ तक कि कई जगहों पर तो पेड़ों को भी राखी बाँधी जाती है! यह दिखाता है कि प्यार और सुरक्षा का रिश्ता कितना व्यापक हो सकता है।
और हाँ, जैसे-जैसे दुनिया बदल रही है, रक्षा बंधन भी नए अंदाज में मनाया जा रहा है। वीडियो कॉल पर राखी बंधवाना हो, या फिर ऑनलाइन गिफ्ट भेजना - टेक्नोलॉजी ने दूरियों को मिटा दिया है। लेकिन क्या आपको नहीं लगता कि इन सबके बावजूद, उस पुराने वाले रक्षा बंधन का मजा ही कुछ और था?
रक्षा बंधन एक सरल सा त्योहार है, लेकिन इसके मायने बहुत गहरे हैं। यह केवल एक दिन का उत्सव नहीं, बल्कि भाई-बहन के बीच जीवन भर के प्यार, समर्पण और सुरक्षा का प्रतीक है। यह त्योहार हमें याद दिलाता है कि परिवार और रिश्ते हमारे जीवन में कितने महत्वपूर्ण हैं। रक्षा बंधन न केवल भाई-बहन के बीच प्रेम को मजबूत करता है, बल्कि समाज में एकता और सद्भावना को भी बढ़ावा देता है। आइए, इस रक्षाबंधन हम सब मिलकर अपने रिश्तों को और मजबूत बनाएं और एक दूसरे की सुरक्षा का संकल्प लें।
रक्षाबंधन पर निबंध 500 शब्दों में
रक्षा बंधन, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है जो भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक है। यह त्योहार न केवल भारत में बल्कि दुनिया के अन्य हिस्सों में भी बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देते हैं। इस निबंध में हम रक्षा बंधन का महत्व, इतिहास और रक्षाबंधन
रक्षा बंधन का त्योहार सिर्फ एक रस्म नहीं है, बल्कि यह एक भावना है। यह भाई-बहन के बीच प्यार, विश्वास और सम्मान का प्रतीक है। इस दिन भाई-बहन एक-दूसरे के साथ समय बिताते हैं और एक-दूसरे को उपहार देते हैं।रक्षा बंधन का त्योहार हमें याद दिलाता है कि रिश्ते ही जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति हैं। हमें अपने रिश्तों को संजोना चाहिए और उनकी देखभाल करनी चाहिए। रक्षा बंधन का त्योहार हमें यह भी सिखाता है कि हम सब एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और हमें एक दूसरे की मदद करनी चाहिए।
रक्षा बंधन के पीछे कई पौराणिक कथाएं हैं। इन कथाओं के माध्यम से हमें यह समझाया जाता है कि भाई-बहन का रिश्ता कितना पवित्र होता है। एक कथा के अनुसार, जब भगवान कृष्ण ने कंस को मारा था, तो उनकी उंगली पर चोट लग गई थी। द्रौपदी ने अपनी साड़ी का एक टुकड़ा फाड़कर उनकी उंगली पर बांध दिया था। इसी घटना को याद करते हुए रक्षाबंधन मनाया जाता है। एक अन्य कथा के अनुसार, यमुना ने बलराम को राखी बांधी थी और बलराम ने यमुना की रक्षा करने का वचन दिया था।
आज के समय में रक्षा बंधन का महत्व और भी बढ़ गया है। लोग इस त्योहार को धूमधाम से मनाते हैं। कई स्कूलों और कॉलेजों में रक्षाबंधन के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। हालांकि, आजकल रक्षा बंधन का व्यावसायीकरण भी हो रहा है, जिसके कारण इसका मूल भाव खोता जा रहा है। बाजारों में विभिन्न प्रकार की राखियां उपलब्ध हैं और लोग एक-दूसरे को महंगे उपहार देते हैं। हालांकि, इस त्योहार का मूल उद्देश्य भौतिकवादी चीजों से परे है। यह त्योहार हमें अपने रिश्तों को महत्व देने और उन्हें मजबूत बनाने का संदेश देता है।
रक्षा बंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं है, बल्कि यह एक भावना है। यह भाई-बहन के पवित्र बंधन का प्रतीक है। हमें इस त्योहार को सार्थक बनाने के लिए मिलकर प्रयास करना चाहिए। आइए हम सभी मिलकर रक्षा बंधन का त्योहार मनाएं और भाई-बहन के पवित्र बंधन को मजबूत करें।
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