अगर मैं परी होती हिंदी निबंध: बचपन से ही परियों की कहानियाँ मेरी सबसे पसंदीदा रही हैं। कभी रात को आसमान की तरफ देखते हुए सोचती हूँ, क्या परियाँ असल मे
अगर मैं परी होती हिंदी निबंध - Agar Main Pari Hoti Essay in Hindi
अगर मैं परी होती हिंदी निबंध: बचपन से ही परियों की कहानियाँ मेरी सबसे पसंदीदा रही हैं। कभी रात को आसमान की तरफ देखते हुए सोचती हूँ, क्या परियाँ असल में होती हैं? कैसी दिखती होंगी परियां ? अगर मैं भी परी होती तो? कैसी होती मेरी जिंदगी? मैं जंगल में रहती या परीलोक में ? काश, मेरे पास भी जादू का एक चमकता डंडा होता!
यदि मैं एक परी होती तो मेरे पास जादुई छड़ी होती, जिससे मैं सूखे जंगलों में बारिश लाती और मुरझाए फूलों को फिर से खिला देती। जंगलों में घूमते हुए मैं सूखे पेड़ों को हरा-भरा बनाती। मेरा जादू धरती को स्वर्ग बना देता, जहाँ हर जीव-जंतु खुशी से रहता।
यदि मैं एक परी होती तो जंगल के सभी जीव मेरे मित्र होते। मैं खरगोशों के साथ खेलती, तितलियों के साथ नाचती, हिरणों के साथ दौड़ती और उल्लूओं से रात की कहानियाँ सुनती। जंगल के संतुलन को बनाए रखना मेरी जिम्मेदारी होती। मैं पेड़ों की रक्षा करती और जानवरों की देखभाल करती। अगर कोई जानवर बीमार होता, तो मैं उसे जादुई पौधों की पत्तियों से बनी दवा देती। अगर कोई शिकारी जंगल के जानवरों को परेशान करता, तो मैं उसे अपने जादू से भगा देती।
अगर मैं परी होती, तो इंसानों की मदद करना भी मेरा एक बड़ा सपना होता। रात में, जब बच्चे सो रहे होते, तो मैं उनके कमरों में चुपके से घुसती। परीक्षा में घबराए बच्चों के माथे पर शीतल हवा का स्पर्श करके उन्हें शांत करती। बुरे सपनों से डरे बच्चों के तकिए के नीचे जादुई फूल रखती, जो उन्हें सुखद सपनों की दुनिया में ले जाएं।
दुनिया में दुखों की कमी नहीं है। इसलिए अगर मैं परी होती तो मैं बीमार बच्चों को ठीक करूंगी, खोए हुए लोगों को घर का रास्ता दिखाती, और गरीब-बेसहारा लोगों को आश्रय प्रदान करतीं। लेकिन शायद परियों की दुनिया असल में मौजूद नहीं है, लेकिन अगर हम चाहें तो थोड़ी सी परोपकारिता से हम भी दुनिया को जादू से भर सकते हैं।
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