एक नर्स की आत्मकथा पर निबंध: जब मैं स्कूल में थी, तो डॉक्टर बनना हर किसी का सपना होता था। मगर मैं नर्स बनना चाहती थी। मेरी कहानी एक नर्स की आत्मकथा है
एक नर्स की आत्मकथा पर निबंध - Autobiography of A Nurse Essay in Hindi
एक नर्स की आत्मकथा पर निबंध: जब मैं स्कूल में थी, तो डॉक्टर बनना हर किसी का सपना होता था। मगर मैं नर्स बनना चाहती थी। मेरी कहानी एक नर्स की आत्मकथा है, सफेद कोट पहनकर मरीजों की सेवा करने वाली एक नर्स की। शायद आप पूछेंगे कि - "जब डॉक्टर बनने का मौका था, तो नर्स क्यों?" मेरा जवाब है, देखभाल। डॉक्टर बीमारी का इलाज करते हैं, दवाइयां देते हैं, पर मरीज के साथ हर पल बिताने वाली, उसका हाथ थामने वाली, हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान रखने वाली - वह नर्स होती है। मैं डॉक्टर नहीं, बल्कि उनकी सहयोगी, उनकी दाहिना हाथ बनना चाहती थी। शायद यही वजह है कि मैंने नर्सिंग का रास्ता चुना।
दैनिक जीवन / मेरी दिनचर्या
सुबह अस्पताल के लिए निकलने के साथ ही मेरी दिनचर्या शुरू होती है। वार्ड में पहुँच कर डॉक्टरों के साथ राउंड्स पर जाना, मरीजों का हालचाल लेना, नब्ज चेक करना, दवाइयाँ देना, इंजेक्शन लगाना, ये सब एक नर्स के रूप में मेरी दिनचर्या का हिस्सा है। पर सिर्फ शारीरिक देखभाल ही काफी नहीं होती। कई बार मरीजों को हौसले की भी ज़रूरत होती है। उनकी बात सुनना, उनकी चिंताओं को दूर करना, उनके चेहरे पर एक मुस्कान लाना - भी एक किस्म का उपचार ही है।
एक नर्स के रूप में यादगार अनुभव:
एक मरीज की कहानी आज भी मेरी यादों में ताज़ा है। वह एक छोटी बच्ची जिसे लिवर की समस्या थी। उस मासूम का बीमार चेहरा देखकर मेरा दिल दहल जाता था। मगर वो बच्ची बिल्कुल हार नहीं मानना चाहती थी। इलाज के दौरान कई उतार-चढ़ाव आए। कभी उसकी हालत बिगड़ जाती, तो कभी थोड़ा सुधार होता। हर बार मैं उसके साथ खड़ी रही। डॉक्टरों के साथ मिलकर हमने हर मुमकिन कोशिश की। आखिरकार, एक दिन वो बच्ची स्वस्थ हो गयी। अस्पताल से डिस्चार्ज होकर जाते समय उसने मुझे गले लगाकर कहा, "दीदी, आप बहुत प्यारी हैं।" उस पल मेरी आँखों में खुशी के आंसू आ गए। ऐसे ही छोटे-छोटे पल ही एक नर्स की जिंदगी को सार्थक बनाते हैं।
चुनौतियां और प्रेरणा
नर्सिंग का रास्ता आसान नहीं है। रात की लंबी ड्यूटीज़, कई बार लगातार काम करना, ये सब थका देता है। पर जब एक मरीज ठीक होकर अस्पताल से छुट्टी लेता है, तो चेहरे पर छाई खुशी सारी थकान मिटा देती है। यही वो पल है, जो मुझे इस पेशे से जुड़े रहने की प्रेरणा देता है।
नर्सिंग: पेशा या सेवा भाव?
आप सोच रहे होंगे कि मैंने डॉक्टर बनने का रास्ता क्यों नहीं चुना? मेरे सामने भी कई विकल्प थे, लेकिन नर्सिंग ने मुझे सीधे मरीजों के साथ जुड़ने का मौका दिया। उन्हें दवा देने से ज्यादा, उन्हें सहारा देने, उनकी तकलीफ समझने का अवसर दिया। शायद यही वह खासियत है, जिसने मुझे इस पेशे की ओर आकर्षित किया। शायद मैं डॉक्टर बनकर ज्यादा पैसा कमा लेती लेकिन वास्तविक खुशी पैसों से नहीं आती। एक नर्स के रूप में, मैं सिर्फ मरीजों का इलाज नहीं ही करती, बल्कि उनको उम्मीद देती हूं, सहारा देती हूं। और यही वो चीज़ है जो इस पेशे को मेरे लिए खास बनाती है।
निष्कर्ष
आज, एक सफल नर्स के रूप में, मैं यही कहना चाहूंगी कि नर्सिंग केवल एक पेशा नहीं, बल्कि सेवा का भाव है। यह धैर्य, करुणा और समर्पण का मार्ग है। हर मरीज की कहानी अलग होती है, हर बीमारी एक चुनौती होती है। मगर हर चुनौती के साथ सीखने का मौका भी मिलता है।
महत्वपूर्ण प्रश्न
1. भारत में नर्स बनने के लिए क्या योग्यताएं (Qualifications) चाहिए?
भारत में नर्स बनने के लिए आपके पास भारतीय नर्सिंग परिषद (Indian Nursing Council) द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से कम से कम 10+2 के बाद नर्सिंग डिप्लोमा (ANM - Auxiliary Nursing Midwifery / GNM - General Nursing Midwifery) होना चाहिए। इसके अलावा, आप बैचलर ऑफ साइंस इन नर्सिंग (B.Sc. Nursing) भी कर सकते हैं।
2. क्या नर्सिंग की पढ़ाई के लिए कोई प्रवेश परीक्षा होती है?
हां, ज्यादातर संस्थानों में नर्सिंग कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए एक प्रवेश परीक्षा होती है, जिसका स्वरूप संस्थान के अनुसार अलग-अलग हो सकता है।
3. नर्सिंग की पढ़ाई में कितना समय लगता है?
नर्सिंग की पढ़ाई का समय आपके चुने गए पाठ्यक्रम पर निर्भर करता है। ANM कोर्स 2-3 साल का होता है, GNM कोर्स 3-3.5 साल का होता है और B.Sc. Nursing कोर्स 4 साल का होता है।
4. क्या नर्सिंग की पढ़ाई के बाद नौकरी के अच्छे अवसर हैं?
हां, भारत में नर्सिंग की डिग्री या डिप्लोमा के साथ नौकरी के काफी अच्छे अवसर हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों के अलावा, नर्सिंग होम, क्लीनिक और डिस्पेंसरी में भी नर्सों की मांग रहती है।
5. क्या भारत में पुरुष भी नर्स बन सकते हैं?
बिल्कुल, भारत में नर्सिंग की पढ़ाई और पेशे में लैंगिक भेदभाव नहीं है। पुरुष भी नर्सिंग की पढ़ाई कर के इस क्षेत्र में अपना सफल कैरियर बना सकते हैं।
6. क्या एक नर्स के रूप में विदेश में काम करने के अवसर मिलते हैं?
हां, एक योग्य नर्स के रूप में विदेश में काम करने के कई अवसर मौजूद हैं। खाड़ी देशों, यूएसए, यूके समेत कई देशों में भारतीय नर्सों की काफी मांग है। इसके लिए आपको सम्बंधित देश की आवश्यक योग्यताओं और लाइसेंस परीक्षाओं को पास करना होता है।
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