गरुड़ध्वज' नाटक के तृतीय अंक की कथा (सारांश) अपने शब्दों में लिखिए: नाटक के तीसरे अंक की घटना अवन्ति में घटित होती है। इसमें गर्दभिल्ल, महेन्द्रादित्य
'गरुड़ध्वज' नाटक के तृतीय अंक की कथा (सारांश) अपने शब्दों में लिखिए
गरुड़ध्वज नाटक के तृतीय अंक का सारांश: नाटक के तीसरे अंक की घटना अवन्ति में घटित होती है। इसमें गर्दभिल्ल, महेन्द्रादित्य के पुत्र विषमशील के नेतृत्व में भारत के अनेक वीर सेनानी और शासक एकजुट होकर शक क्षत्रपों को पराजित करते हैं और मालवा का उद्धार करके शकों के विरुद्ध इस अभियान में सारे सहयोग और सफलता का श्रेय शुंग सेनापति विक्रम मित्र को है। उनके प्रभाव से कलिंग के जैन क्षारबेलि, दक्षिण के स्वाशितफर्णि, विगत, काशिराज आदि अनेक महारथी इस अभियान में सम्मिलित होते हैं। विक्रम मित्र के प्रभाव से जैन आचार्य कालक जिन्होंने शकों को इस देश पर आक्रमण करने के लिए उत्साहित किया है, अपनी गलती का अनुभव करते हैं। उसमें देश के नव-निर्माण की भावना का उदय होता है। वे अवन्ति के निर्माण में जैन मठों में एकत्र सारी सम्पत्ति सोना, चाँदी, दुर्लभ रत्न आदि को समर्पित करने का संकल्प लेते हैं।
अस्सी वर्षीय वृद्ध विक्रम मित्र को कुमार विषमशील की सफलता से अतीव प्रसन्नता होती है। वे स्वेच्छा से साकेत, मगध, विदिशा समेत सारी प्रज्ञा का पालन भार विषमशील पर छोड़ देते हैं। राज्याभिषेक के उपरान्त विषमशील के समक्ष देवभूति और कौमुदी का मामला न्याय के लिए प्रस्तुत किया जाता है। देवभूति अपने अपराध के लिए स्वयं देश निर्वासन स्वीकार करता है । मलयवती का विवाह कुमार विषमशील से तथा वासन्ती का विवाह कालिदास के साथ सम्पन्न होता है। कालिदास की इच्छानुसार 'विक्रम मित्र' का पूर्वार्द्ध 'विक्रम' और पिता 'महेन्द्रादित्य' का उत्तरार्द्ध 'आदित्य' शब्द मिलाकर विषमशील का नाम विक्रमादित्य रखा जाता है। कौमुदी और देवभूति के देश छोड़ देने से साकेत और पाटलिपुत्र भी अवन्ति के अधिकार में आ जाता है। अ के इस उद्धार पर नये विक्रम संवत् का प्रवर्तन होता है।
संबंधित लेख:
गरुड़ध्वज नाटक के आधार पर कालिदास का चरित्र चित्रण कीजिये
'गरुड़ध्वज' नाटक के द्वितीय अंक की कथा (सारांश) अपने शब्दों में लिखिए
'गरुड़ध्वज' नाटक के आधार पर आचार्य विक्रममित्र का चरित्र चित्रण
गरुड़ध्वज’ नाटक के आधार पर नायिका ‘मलयवती’ का चरित्रांकन कीजिए।
गरुड़ध्वज’ नाटक के आधार पर नायिका ‘मलयवती’ का चरित्रांकन कीजिए।
'गरुड़ध्वज' नाटक के आधार पर (नायिका) वासन्ती का चरित्र-चित्रण कीजिये।
COMMENTS