प्रधानाचार्य को पुस्तकालय की व्यवस्था सुधार हेतु प्रार्थना पत्र लिखिए: सेवा में, प्रधानाचार्य जी, मैं, अ.ब.स. आपके विद्यालय की कक्षा 10 'अ' का छात्र/
प्रधानाचार्य को पुस्तकालय की व्यवस्था सुधार हेतु प्रार्थना पत्र लिखिए
सेवा में,
प्रधानाचार्य जी,
क.ख.ग. उच्च माध्यमिक विद्यालय
अजमेर, राजस्थान।
माननीय प्रधानाचार्य जी,
विषय: पुस्तकालय की व्यवस्था में सुधार हेतु प्रार्थना पत्र
माननीय प्रधानाचार्य जी,
मैं, अ.ब.स. आपके विद्यालय की कक्षा 10 'अ' का छात्र/छात्रा हूँ। मैं आपके माध्यम से विद्यालय के पुस्तकालय की व्यवस्था में सुधार हेतु कुछ सुझाव प्रस्तुत करना चाहता/चाहती हूँ।
विद्यालय का पुस्तकालय ज्ञान प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यहाँ विद्यार्थी विभिन्न विषयों पर पुस्तकें, पत्रिकाएं और अन्य सामग्री प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन वर्तमान में, हमारे विद्यालय के पुस्तकालय की व्यवस्था में कुछ कमियां हैं, जिनके कारण विद्यार्थियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
पुस्तकालय में कई महत्वपूर्ण विषयों पर पर्याप्त पुस्तकें उपलब्ध ही नहीं हैं। और जो पुस्तकें हैं वह पुरानी और क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। छात्रों के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था भी नहीं है।
मेरा विश्वास है कि यदि इन सुझावों पर अमल किया जाए तो विद्यालय के पुस्तकालय की व्यवस्था में निश्चित रूप से सुधार होगा और विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा।
आपका शिष्य,
नाम: अ.ब.स.
कक्षा: 10 'अ'
अनुक्रमांक: 32
पुस्तकालय की व्यवस्था में सुधार हेतु प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र लिखिए
सेवा में,
प्रधानाचार्य जी,
क.ख.ग. राजकीय विद्यालय
पानीपत, हरियाणा।
विषय: विद्यालय पुस्तकालय की व्यवस्था में सुधार हेतु अनुरोध
महोदय,
मैं, अ.ब.स. आपके विद्यालय की कक्षा 11 'ब' में अध्ययनरत हूँ। जैसा कि आप जानते हैं, विद्यालय का पुस्तकालय ज्ञान का एक अमूल्य भंडार है। यह वह स्थान है जहाँ विद्यार्थी न केवल पाठ्यक्रम से परे ज्ञानवर्धन कर सकते हैं, बल्कि अपनी रचनात्मकता और जिज्ञासा को भी विकसित कर सकते हैं।
हालांकि, वर्तमान में हमारे विद्यालय के पुस्तकालय की व्यवस्था में कुछ कमियाँ हैं, जिनके कारण विद्यार्थियों को पुस्तकालय का पूरा लाभ उठाने में कठिनाई होती है। पुस्तकालय में महत्वपूर्ण विषयों पर पुस्तकों की कमी है। नई पाठ्यपुस्तकों के अतिरिक्त, विभिन्न विषयों पर उपन्यास, जीवनी, कविता संग्रह, और सामान्य ज्ञान की पुस्तकों को भी शामिल किया जाना चाहिए। साथ ही, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए भी उपयुक्त सामग्री उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
पुस्तकालय में कई पुस्तकें पुरानी और क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं। ये पुस्तकें पढ़ने के लिए उपयुक्त नहीं हैं। इन पुस्तकों को नई और नवीनतम संस्करणों से बदला जाना चाहिए। साथ ही पुस्तकालय में बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। पर्याप्त मात्रा में टेबल और कुर्सियाँ उपलब्ध कराने से विद्यार्थियों को पढ़ाई करने में आसानी होगी।
मुझे पूरा विश्वास है कि इन सुझावों पर अमल करने से हमारे विद्यालय का पुस्तकालय एक ज्ञानवर्धक और छात्र-अनुकूल वातावरण प्रदान करेगा।
धन्यवाद।
भवदीय,
नाम: अ.ब.स.
कक्षा: 11 'ब'
अनुक्रमांक: 46
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