नाभिकीय संलयन और नाभिकीय विखंडन में अंतर: नाभिकीय संलयन में दो हल्के नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं जबकि नाभिकीय विखंडन में एक भारी नाभिक दो या अ
नाभिकीय संलयन और नाभिकीय विखंडन में अंतर स्पष्ट कीजिए
नाभिकीय संलयन और नाभिकीय विखंडन दोनों ही परमाणु ऊर्जा के स्रोत हैं। हालांकि, उनके बीच कुछ महत्वपूर्ण अंतर हैं।
नाभिकीय संलयन: नाभिकीय संलयन में, दो हल्के नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं। इस प्रक्रिया में, भारी नाभिक का द्रव्यमान दो हल्के नाभिकों के द्रव्यमान के योग से कम होता है। द्रव्यमान के यह अंतर द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता के सिद्धांत के अनुसार ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है।
नाभिकीय विखंडन: नाभिकीय विखंडन में, एक भारी नाभिक दो या अधिक हल्के नाभिकों में टूट जाता है। इस प्रक्रिया में, भारी नाभिक का द्रव्यमान दो या अधिक हल्के नाभिकों के द्रव्यमान के योग से अधिक होता है। यह द्रव्यमान अंतर भी द्रव्यमान-ऊर्जा समतुल्यता के सिद्धांत के अनुसार ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है।
नाभिकीय संलयन और नाभिकीय विखंडन के बीच के प्रमुख अंतर निम्नलिखित हैं:
नाभिकीय संलयन और नाभिकीय विखंडन के बीच अंतर
नाभिकीय संलयन | नाभिकीय विखंडन |
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नाभिकीय संलयन में दो हल्के नाभिक मिलकर एक भारी नाभिक बनाते हैं। | नाभिकीय विखंडन में एक भारी नाभिक दो या अधिक हल्के नाभिकों में टूट जाता है। |
भारी नाभिक का द्रव्यमान दो हल्के नाभिकों के द्रव्यमान के योग से कम होता है। | भारी नाभिक का द्रव्यमान दो या अधिक हल्के नाभिकों के द्रव्यमान के योग से अधिक होता है। |
नाभिकीय संलयन की प्रक्रिया को प्रारंभ करने में उच्च ऊर्जा की आवश्यकता होती है। | नाभिकीय विखंडन को अपेक्षाकृत कम ताप पर प्रारंभ कर सकते हैं। |
नाभिकीय संलयन की अभिक्रिया को नियंत्रित नहीं कर सकते। | नाभिकीय विखंडन की अभिक्रिया को नियंत्रित किया जा सकता है। |
नाभिकीय संलयन में बहुत अधिक ऊर्जा का उत्पादन करता है। | नाभिकीय विखंडन में अपेक्षाकृत कम ऊर्जा का उत्पादन करता है। |
सूर्य और अन्य तारे ऊर्जा के लिए नाभिकीय संलयन का उपयोग करते हैं। | परमाणु बम और परमाणु ऊर्जा संयंत्र ऊर्जा के लिए नाभिकीय विखंडन का उपयोग करते हैं। |
नाभिकीय संलयन और नाभिकीय विखंडन के कुछ महत्वपूर्ण अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं:
नाभिकीय संलयन
- सूर्य और अन्य तारे ऊर्जा के लिए नाभिकीय संलयन का उपयोग करते हैं।
- अंतरिक्ष यान में प्रणोदन के लिए नाभिकीय संलयन का उपयोग किया जा सकता है।
- भविष्य में, नाभिकीय संलयन का उपयोग पृथ्वी पर ऊर्जा उत्पादन के लिए किया जा सकता है।
- परमाणु बम ऊर्जा के लिए नाभिकीय विखंडन का उपयोग करते हैं।
- परमाणु ऊर्जा संयंत्र ऊर्जा के लिए नाभिकीय विखंडन का उपयोग करते हैं।
- चिकित्सा में, कैंसर के इलाज के लिए रेडियोथेरेपी में नाभिकीय विखंडन का उपयोग किया जाता है।
Note: भौतिकी में, द्रव्यमान और ऊर्जा के बीच के संबंध को द्रव्यमान-ऊर्जा तुल्यता कहते हैं। इस तुल्यता के मुताबिक, द्रव्यमान और ऊर्जा एक-दूसरे में बदले जा सकते हैं। आइंस्टीन के विशेष सापेक्षता के सिद्धांत के मुताबिक, द्रव्यमान और ऊर्जा एक-दूसरे से संबंधित हैं।
द्रव्यमान-ऊर्जा तुल्यता के मुताबिक, किसी प्रणाली का कुल द्रव्यमान बदल सकता है, लेकिन कुल ऊर्जा और गति स्थिर रहती है। उदाहरण के लिए, एक इलेक्ट्रॉन और एक प्रोटॉन की टक्कर दोनों कणों के द्रव्यमान को नष्ट कर देती है, लेकिन फ़ोटॉन के रूप में ऊर्जा पैदा करती है।
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