व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर: व्यष्टि अर्थशास्त्र में व्यक्तिगत आर्थिक इकाई जैसे एक उत्पादक, एक उपभोक्ता आदि का अध्ययन किया जाता
व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर - Difference between Micro and Macro Economics in Hindi
व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर: व्यष्टि अर्थशास्त्र में व्यक्तिगत आर्थिक इकाई जैसे एक उत्पादक, एक उपभोक्ता आदि का अध्ययन किया जाता है। समष्टि अर्थशास्त्र में समग्र अर्थव्यवस्था का एक इकाई के रूप में अध्ययन किया जाता है।
व्यष्टि अर्थशास्त्र | समष्टि अर्थशास्त्र |
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व्यष्टि अर्थशास्त्र में व्यक्तिगत आर्थिक इकाई जैसे एक उत्पादक, एक उपभोक्ता आदि का अध्ययन किया जाता है। | समष्टि अर्थशास्त्र में समग्र अर्थव्यवस्था का एक इकाई के रूप में अध्ययन किया जाता है। |
व्यष्टि अर्थशास्त्र का उद्देश्य संसाधनों के सर्वोत्तम आबंटन से होता है। | समष्टि अर्थशास्त्र का उद्देश्य संसाधनों के पूर्ण रोजगार व विकास से होता है। |
व्यष्टि अर्थशास्त्र की मुख्य समस्या कीमत निर्धारण है। | समष्टि अर्थशास्त्र की मुख्य समस्या आय व रोजगार का निर्धारण है। |
व्यक्तिगत माँग, व्यक्तिगत पूर्ति, उपभोक्ता व्यवहार कीमत निर्धारण आदि व्यष्टि अर्थशास्त्र के उदाहरण हैं। | राष्ट्रीय आय मुद्रास्फीति मुद्रा पूर्ति, रोजगार विकास आदि समष्टि अर्थशास्त्र के उदाहरण हैं। |
व्यष्टि अर्थशास्त्र योग करने की क्रिया है। | स्मष्टि अर्थशास्त्र योग को टुकड़ों में तोड़ने की क्रिया है। |
व्यष्टि अर्थशास्त्र पूर्ण रोजगार की मान्यता पर आधारित है। | स्मष्टि अर्थशास्त्र अपूर्ण रोजगार की मान्यता पर आधारित है। |
इसके तथ्य ठीक होते है, परन्तु यह आवश्यक नहीं कि वे पूरे समाज के लिए भी ठीक हों। | इसके तथ्य सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था पर लागू होते है। |
इसका विश्लेषण अपेक्षाकृत सरल होता है। | इसका विश्लेषण अत्यन्त जटिल होता है। |
इसके मुख्य उपकरण माँग एवं पूर्ति है। | इसका मुख्य उपकरण समग्र माँग एवं समग्र पूर्ति है । |
इसका विकास समष्टिगत से पहले हुआ था। | इसका विकास कीन्स की पुस्तक के प्रकाशन के उपरांत हुआ। |
इसका क्षेत्र बहुत सीमित होता है। जैसे एक व्यक्ति, एक बाजार। | इसका क्षेत्र व्यापक होता है जैसे-पूरा देश। |
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