स्वास्थ्य शिक्षा के लक्ष्य एवं उद्देश्य का वर्णन कीजिए। स्वास्थ्य शिक्षा का लक्ष्य व्यक्ति को सामूहिक जीवनयापन हेतु तैयार करना है। स्वास्थ्य शिक्षा के
स्वास्थ्य शिक्षा के लक्ष्य एवं उद्देश्य का वर्णन कीजिए।
स्वास्थ्य शिक्षा के लक्ष्य (Aims of Health Education in Hindi)
स्वास्थ्य शिक्षा के कुछ प्रमुख लक्ष्य इस प्रकार हैं
- स्वास्थ्य शिक्षा का लक्ष्य व्यक्ति को सामूहिक जीवनयापन हेतु तैयार करना है।
- स्वास्थ्य शिक्षा लक्ष्य मनुष्य के चरित्र को ऊँचा उठाना है।
- स्वास्थ्य शिक्षा का लक्ष्य सहनशीलता, परस्पर सहयोग तथा किसी व्यक्ति का मानसिक दृष्टि से अध्ययन करना है।
- स्वास्थ्य शिक्षा व्यक्ति को समय का सदुपयोग करना सिखाती है।
- स्वास्थ्य शिक्षा मनुष्य के मनोरंजन का साधन भी है।
- स्वास्थ्य शिक्षा का लक्ष्य अच्छे स्वास्थ्य के आदर्श स्थापित करना है।
- स्वास्थ्य शिक्षा का लक्ष्य अच्छे पर्यावरण का निर्माण करना है।
स्वास्थ्य शिक्षा के उद्देश्य (Objectives of Health Education in Hindi)
स्वास्थ्य शिक्षा के लक्ष्यों को ग्रहण करने हेतु हमें कुछ उद्देश्यों का पालन करना पड़ता है। इन उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु हमें निम्नलिखित बातों पर विशेष ध्यान देना पड़ता है-
1. विद्यार्थियों के स्वास्थ्य का पूर्ण परीक्षण (Complete Examination of Student's Health) - स्वास्थ्य शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है विद्यार्थियों के विभिन्न अंगों की परीक्षा करना ताकि शरीर में यदि किसी बात की कमी है या कोई दोष है तो उसे पूर्ण किया जा सके।
2. स्वास्थ्य रक्षा सम्बन्धी आवश्यकताओं का ज्ञान (Information about Need for Health) - स्वास्थ्य शिक्षा के द्वारा व्यक्ति को अपने जीवन को सुरम्य बनाने के लिए स्वास्थ्य सम्बन्धी सिद्धान्तों की जानकारी दी जाती है। व्यक्ति को इसके द्वारा यह बताया जाता है कि जीवन में स्वास्थ्य कितना महत्वपूर्ण है।
3. स्वास्थ्य निरीक्षण तथा निर्देशन ( Health Supervision and Guidance) - अध्यापकों को विद्यार्थियों के कपड़े तथा सामान्य स्वास्थ्य का निरीक्षण नियमित रूप से करना चाहिए। अध्यापकों को विद्यार्थी की मनोवृत्ति, अवस्था तथा उसकी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उसमें सुधार करने के लिए निर्देश देना चाहिए जिससे विद्यार्थी सफलतापूर्वक अपनी कमियों को पूरा कर सके।
4. प्रत्येक विद्यार्थी के स्वास्थ्य को अच्छा बनाने का प्रयास (Efforts to Improve the Health of Every Student ) - स्वास्थ्य शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य होता है प्रत्येक विद्यार्थी के स्वास्थ्य को अच्छा से अच्छा बनाने का प्रयास करना। हमें इस बात का सदैव ही ध्यान में रखना चाहिए कि बहुत से लोग अस्वस्थ इस कारण रहते हैं चूँकि उन्हें स्वस्थ रहने का प्रशिक्षण कभी मिला ही नहीं होता है।
5. संक्रामक रोगों से बचाव (Safety from Communicable Diseases) - संक्रामक और संसगति रोग गन्दे वातावरण के कारण उत्पन्न होते हैं तथा शरीर को क्षति पहुँचाते हैं। इनकी रोकथाम के लिए पहले उसके बारे में जानना आवश्यक है कि वे किन कारणों से होते हैं, कितने दिनों के होते हैं व उनसे कैसे बचा जा सकता है।
6. अच्छी स्वस्थ अभिवृत्तियों का विकास (Development of Good HealthInstincts) - शिक्षकों को स्वास्थ्य रक्षा के नियमों का ज्ञान होना आवश्यक है ताकि वे विद्यार्थियों को पूर्ण स्वस्थ होने के लिए एवं अच्छी आदतों को ग्रहण करने के लिए कुछ बता सकें। विद्यालय का अच्छा वातावरण बनाने के लिए विद्यालय की स्थिति, विद्यालय की स्वच्छता, वायु और प्रकाश की व्यवस्था, उपयुक्त फर्नीचर, विद्यालय का कार्यक्रम आदि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य पर प्रभाव डालते हैं।
7. प्राथमिक चिकित्सा का ज्ञान देना और उसका अभ्यास करना (To Give Information about First Aid and its Practice) - विद्यालय में खेलते समय, व्यायाम करते समय अस्थिभंग, चोट, जल जाना, मोच आ जाना आदि घटनाएँ साधारणतया ही हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में अध्यापक को प्राथमिक सहायता के लिए तैयार रहना पड़ता है। ऐसी परिस्थिति में अध्यापक को पूर्ण जानकारी तो रखनी ही चाहिए, साथ ही उसे इस दिशा में दक्ष भी होना चाहिए। ऐसी घटनाओं से बुरी तरह आहत बच्चों को डाक्टर के पास ले जाना चाहिए।
8. यह शिक्षकों तथा विद्यालय के अन्य कर्मचारियों के स्वास्थ्य को भी उन्नत बनाने में सहायता देता है।
9. अभिभावकों एवं समाज के अन्य सदस्यों को स्वास्थ्य सम्बन्धी नियमों व सिद्धान्तों से अवगत कराना।
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