Hindi Essay on Dustbin, "कूड़ेदान पर निबंध", "कूड़ेदान पर 10 वाक्य " for Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 and 10. डस्टबिन यानि कूड़ेदान कचरा संगृहीत करने
इस लेख में डस्टबिन यानि कूड़ेदान पर निबंध और कूड़ेदान पर 10 वाक्य हिंदी में class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9 और 10 के लिए लिखे गए हैं इस निबंध में कूड़ेदान के प्रकार उअर उनके उपयोग के बारे में बताया गया है।
कूड़ेदान पर 10 वाक्य हिंदी में - 10 Lines on Dustbin in Hindi
(1) डस्टबिन को हिंदी में कूड़ादान या कचरापेटी कहते है।
(2) हम डस्टबिन का उपयोग कचरा डालने के लिए करते हैं।
(3) डस्टबिन साफ़ सफाई के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
(4) डस्टबिन एक बड़ा खुला बक्सा होता है जिसमें हम कचरा डाल सकते हैं।
(5) डस्टबिन की ऊँचाई हमारे हाथ की लंबाई के बराबर होती है।
(6) हमें डस्टबिन को नियमित रूप से साफ़ करना चाहिए।
(7) डस्टबिन एक अच्छा उपकरण है जिसमें हम कचरा संग्रहित करते हैं।
(8) डस्टबिन हमारे आस-पास की सफ़ाई और हाइजीन को बढ़ाता है।
(9) डस्टबिन को बारिश के दिनों में अंदर ले जाना चाहिए ताकि पानी उसमें जमा न हो।
(10) डस्टबिन में दो भाग होते हैं - एक ऊपरी और एक निचला भाग।
(11) डस्टबिन की ऊपरी भाग में एक छेद होता है जिससे हम कचरे को भीतर डालते हैं।
(12) डस्टबिन का निचला भाग उसको खोलने और साफ़ करने के लिए होता है।
(13) हमें कचरे को जमीन पर फेंकने की बजाय डस्टबिन में ही डालना चाहिए।
(14) हमें डस्टबिन में कचरा डालने के बाद डस्टबिन को बंद कर देना चाहिए ताकि बदबू और कीटाणु न फैलें।
(15) डस्टबिन को सही ढंग से उपयोग करना हमारे पर्यावरण के लिए महत्वपूर्ण है।
(16) डस्टबिन द्वारा कचरे को संग्रहित करने से बीमारियों का प्रसार भी कम होता है।
कूड़ेदान पर निबंध - Dustbin par Nibandh in Hindi
एक डस्टबिन यानि कूड़ेदान कचरा संगृहीत करने का महत्वपूर्ण उपकरण है। कूड़ेदान हमारे आसपास के वातावरण को स्वच्छ बनाने में मदद करता है। शाब्दिक रूप से कूड़ादान दो शब्दों से बना है- कूड़ा और दान। इस प्रकार कूड़ेदान एक ऐसा उपकरण है जिसमें हम कूड़े-कचरे का निस्तारण करते हैं। सही ढंग से और नियमित रूप से कूड़ेदान का उपयोग करके हम एक स्वस्थ और स्वच्छ वातावरण का निर्माण कर सकते हैं।
डस्टबिन के प्रकार:
डस्टबिन के विभिन्न प्रकार होते हैं जो उनके उपयोग और उपयोग के आधार पर विभाजित होते हैं। मुख्य डस्टबिन के प्रकार हैं:
घरेलू डस्टबिन: ये छोटे आकार के डस्टबिन होते हैं जो घरों, कार्यालयों और स्कूलों में उपयोग किए जाते हैं। इस प्रकार के कूड़ेदान में सामान्य कचरे जैसे कागज़, घरेलू कचरा और अन्य छोटे अपशिष्ट आदि का संग्रह किया जाता है।
आउटडोर डस्टबिन: ये बड़े आकार के डस्टबिन होते हैं जो पार्क, सड़कें और बाजारों जैसे सार्वजनिक स्थानों में रखे जाते हैं ताकि समुदाय द्वारा उत्पन्न होने वाले बड़े मात्रा के कचरे को संगृहीत किया जा सके।
रीसायकलिंग बिन: ये डस्टबिन विशेष रूप से पेपर, प्लास्टिक, कांच और धातु जैसे रीसायकलिंग योग्य सामग्री को छानने और संग्रह करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। इन्हें उपयोग करके हम पदार्थों की रीसायकलिंग करके और पर्यावरणीय प्रदूषण को कम कर सकते हैं।
रंग के आधार पर कूड़ेदान के प्रकार
रंग के आधार पर कूड़ेदान (Dustbin) तीन प्रकार के होते हैं- () लाल कूड़ेदान, () हरा कूड़ेदान, और () नीला कूड़ेदान
लाल कूड़ेदान
लाल कूड़ेदान का उपयोग ऐसे कचरे के लिए किया जाता है जो बायोडिग्रेडेबल नहीं है। अतः इस कूड़ेदान में डाला जाने वाले अपशिष्ट (कचरा) की रीसाइक्लिंग नहीं की जा सकती। यह कूड़ेदान आमतौर पर अस्पतालों में रखा जाता है और बायोमेडिकल कचरे जैसे सुइयों, सर्जिकल चाकू, शरीर के तरल पदार्थ, सूती ड्रेसिंग, पॉप कास्ट, टिश्यू, सैनिटरी नैपकिन आदि को इकट्ठा करने के लिए उपयोग किया जाता है। यदि इस प्रकार के कचरे का ठीक से निस्तारण नहीं किया जाता है, तो एचआईवी, हेपेटाइटिस बी और सी जैसे रोग संक्रामक रोग फैलने का खतरा हो जाता है।
हरा कूड़ेदान
हरे कूड़ेदान का उपयोग गीले और बायोडिग्रेडेबल कचरे के लिए किया जाता है। इसे जैविक कूड़ेदान के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसमें रसोई, सब्जी और फल आदि के अपशिष्ट होते हैं। इन कचरे में सड़े हुए अंडे, फल, सब्जियां और छिलके, नारियल के छिलके, टी बैग, इस्तेमाल किया हुआ चाय पाउडर, बचा हुआ खाना, बगीचे का कचरा आदि शामिल हैं। सब्जियों को उगाने के लिए जैविक कचरे का उपयोग खाद के रूप में किचन गार्डन में भी किया जाता है। इनमें से कुछ कचरे को जीवाणुरहित करके पशुओं को खिला दिया जाता है और किसान शेष कचरे का उपयोग खाद और कंपोस्टिंग के लिए करते हैं, जो मिट्टी की उर्वरता में सुधार करने में मदद करता है।
नीला कूड़ादान
नीले रंग के कूड़ेदानों का उपयोग उन सामग्रियों को इकट्ठा करने के लिए किया जाता है जो पुनर्चक्रण (रिसाइकल) योग्य होती हैं। पुनर्चक्रण योग्य सामग्रियों में कागज-समाचार पत्र, पत्रिकाएं आदि, कार्डबोर्ड, खाद्य टिन, कांच की बोतलें और जार, प्लास्टिक की बोतलें, टेट्रा पैक पैकेजिंग आदि शामिल हैं। इसमें मुख्यतः सुक्खा कचरा ही डाला जाता है उदहारण के लिए यदि कागज सूखा है तो उसे नीले रंग के कूड़ेदान में और गीला होने पर हरे रंग के कूड़ेदान में फेंका जाता है। इस कचरे को रिसाइकल करके फिर से इस्तेमाल किया जाता है; इससे लैंडफिल में डाला जाने वाला कचरा भी कम होगा।
निष्कर्ष:
डस्टबिन हमारे आसपास की स्वच्छता और स्वच्छता बनाए रखने में महत्वपूर्ण उपकरण हैं। सही और नियमित ढंग से डस्टबिन का उपयोग करके हम एक स्वस्थ और स्वच्छ पर्यावरण का निर्माण कर सकते हैं। याद रखें कि अपने डस्टबिन को सदैव खाली और साफ रखें और पुनर्चक्रण की प्रक्रिया में सहयोग करें। इस प्रकार, हम सभी मिलकर एक स्वच्छ और हरा-भरा भविष्य बनाने में सहायता करेंगे।
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