किसी राष्ट्रीय पर्व पर दो मित्रों के बीच संवाद लिखिए: इस लेख में भारत के किसी राष्ट्रीय पर्व जैसे 26 जनुअरी और गाँधी जयंती पर दो मित्रों के बीच संवाद
किसी राष्ट्रीय पर्व पर दो मित्रों के बीच संवाद लिखिए: इस लेख में भारत के किसी राष्ट्रीय पर्व जैसे 26 जनवरी और गाँधी जयंती पर दो मित्रों के बीच संवाद लेखन या बातचीत का वर्णन किया गया है।
किसी राष्ट्रीय पर्व पर दो मित्रों के बीच संवाद लेखन
पहला मित्र: अरे, क्या कर रहे हो?
दूसरा मित्र: मैं अभी गणतंत्र दिवस परेड के लिए तैयार हो रहा हूँ। 26 जनवरी की परेड अद्भुत होती है !
पहला मित्र: मैंने सुना है कि राष्ट्रपति भवन से शुरू होकर यह परेड लाल किले पर खत्म होती है ?
दूसरा मित्र: एकदम सही कहा, पर क्या तुम्हे पता है कि पहली बार राजपथ पर परेड वर्ष 1955 में शुरू की गयी थी।
पहला मित्र: नहीं, मुझे तो बस इतना मालूम है कि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था।
दूसरा मित्र: इसीलिए गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को बहुत जोश और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया जाता है।
पहला मित्र: वो तो मनाया ही जाएगा क्योंकि यह भारत का राष्ट्रीय पर्व भी है।
दूसरा मित्र: लेकिन क्या तुमने भारत के अन्य राष्ट्रीय पर्व के बारे में जानकारी है ?
पहला मित्र: बिलकुल, भारत के कई राष्ट्रीय पर्व हैं जैसे स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस और गाँधी जयंती।
दूसरा मित्र: अच्छा स्वतंत्रता दिवस हम क्यों मनाते हैं ?
पहला मित्र: क्योंकि इस दिन हमारा प्यारा भारत देश अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था।
दूसरा मित्र: चलो अच्छा बातें बहुत हुयी। अब परेड देखने चलते हैं।
दो मित्रों के बीच किसी राष्ट्रीय पर्व पर संवाद लेखन (गाँधी जयंती)
पहला मित्र: अरे, क्या हाल है?
दूसरा मित्र: ज्यादा नहीं, बस गांधी जयंती के बारे में सोच रहा हूं।
पहला मित्र: अरे हाँ, गाँधी जयंती तो परसों ही है। क्या तुम मुझे इसके बारे में कुछ बता सकते हो ?
दूसरा मित्र: गाँधी जयंती भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन महात्मा गाँधी का जन्म हुआ था। भारत को आजाद कराने में महात्मा गाँधी का प्रमुख योगदान था इसीलिए हम इस दिन को उनकी याद में मनाते हैं।
पहला मित्र: अच्छा इसलिए उन्हें भारत का राष्ट्रपिता कहते हैं ?
दूसरा मित्र: बिलुकुल यही कारण है, गाँधी जी ने न सिर्फ भारत को आजाद कराया बल्कि पूरे विश्व को सत्य और अहिंसा का उपदेश भी दिया।
पहला मित्र: क्या इसीलिए इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है?
दूसरा मित्र: हाँ, और इस दिन भारत के सभी बड़े नेता राजघाट नई दिल्ली में गांधी प्रतिमा के सामने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
पहला मित्र: और सामान्य नागरिक इस दिन को कैसे मनाते हैं ?
दूसरा मित्र: इस दिन सभी लोग अपने जीवन में सत्य और अहिंसा का पालन करने की शपथ लेते हैं और गाँधी के आदर्शों को अपनाते हैं।
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