जनसंचार के माध्यम पर निबंध : In This article, We are providing जनसंचार के माध्यम पर निबंध and Jansanchar Ke Madhyam Par Nibandh for Students and teach
जनसंचार के माध्यम पर निबंध : In This article, We are providing जनसंचार के माध्यम पर निबंध and Jansanchar Ke Madhyam Par Nibandh for Students and teachers.
जनसंचार के माध्यम पर निबंध
लोकतंत्र में संचार माध्यमों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। बदलते बिगड़ते हालात में समाज को जागरूक करने तथा सरकारों पर अंकुश लगाने के लिए वर्तमान में संचार माध्यमों की भूमिका और भी बढ़ गई है। मूलतः प्रत्यक्ष रूप से अपनी बात दूसरों को कहने की अपेक्षा समाज के हर वर्ग के साथ संवाद स्थापित करना जन सम्पर्क या जनसंचार कहलाता है। प्राचीन समय में विचारों, सूचनाओं व आदेशों को शिलालेख, भोजपत्र, मुनादी आदि के द्वारा लोगों तक पहुँचाया जाता था। लाउडस्पीकर के माध्यम से भी संदेश पहुँचाया जाता रहा है। समय के साथ-साथ तकनीकी विकास होने पर संचार के साधन भी आधुनिक हो गए हैं। आज समाचार पत्र, मैगज़ीनें, रेडियो, टेलीविज़न, सिनेमा, इंटरनेट तथा मोबाइल जनसंचार के सशक्त माध्यम हैं। इनका शिक्षा, कला, व्यवसाय, मनोरंजन, व्यापार, राजनीति आदि क्षेत्रों में अद्भुत योगदान है। समाज के प्रत्येक वर्ग, विशेष रूप से युवा वर्ग, पर तो इसका बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है। उसके रहन-सहन, बोलचाल, वेशभूषा तथा व्यवहार आदि पर भी गहरा असर पड़ा है।
जनसंचार के 5 प्रकार
- प्रिंट मीडिया
- डिजिटल मीडिया
- विज्ञापन
- जनसंपर्क
- डिजिटल मीडिया या न्यू मीडिया
प्रिंट मीडिया
डिजिटल मीडिया
डिजिटल मीडिया खासकर सोशल मीडिया ने देश और दुनिया में एक बड़ी जनसंचार क्रांति को जन्म दिया है, वह अद्भुत और अभूतपूर्व है। इसने बाजार और बिजनेस को ही नहीं, जन-सामान्य को को भी बड़ी सरलता से आपस में जोड़ा है। डिजिटल मीडिया लोगों को एक-दूसरे के साथ कनेक्ट करने के अलावा सरकारी कार्यालयों, प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर्स, औद्योगिक उत्पादन के काíमकों और अधिकारियों समेत जरूरी सेवाओं जैसे अस्पताल, एंबुलेंस, जरूरी माल ढुलाई, किराना स्टोर, सब्जी वाले, दूध वाले आदि को भी कनेक्ट का जरिया बनकर उभरा।
इंटरनेट
इंटरनेट विश्वभर में फैले हुए असंख्य कम्प्यूटरों के जाल का नेटवर्क है। 30 वर्ष पूर्व अमेरिकी रक्षा विभाग ने सैन्य अनुसंधानकर्ताओं को एक-दूसरे के संपर्क में रखने के उद्देश्य से एक प्रयोग के तौर ऐसे प्रथम कम्प्यूटर नेटवर्क का आविष्कार किया था। आज विश्वभर में इंटरनेट करोड़ों उपयोगकर्ताओं को आपस में जोड़ रहा है। चुटकियों में वांछित सूचनाओं तक पहुंच की इस Þआनलाइन'सुविधा ने संचार का नए परिदृश्य खोल दिया है। इंटरनेट को संक्षेप में नेट अथवा वेब भी कहा जाता है तथा नेटवर्कों के विशाल ताने-बाने की प्रकृति के कारण इसे विश्वव्यापी जाल के नाम से भी जाना जाता है।
टेलिविजन
टेलिविजन के अविष्कार ने दुनियाभर में क्रांति ला दी है, ये एक ऐसा शक्तिशाली जनसंचार का माध्यम है जिससे मनोरंजन, शिक्षा, दूर दराज की खबरें और राजनीति से जुड़ी गतिविधियों के बारे में सूचनाएं हासिल होती है। सूचनाओं को प्रदान करने वाला टीवी शिक्षा और मनोरंजन दोनों का स्रोत है। टेलिविजन विज्ञान का सबसे खूबसूरत अविष्कार है।
भारत में पहली बार टीवी 1950 में आया। चेन्नई के एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट ने प्रदर्शनी में पहली बार टेलीविजन सबके सामने रखा। 1965 में ऑल इंडिया रेडियो ने रोजाना टीवी ट्रांसमिशन शुरू कर दिया। 1976 में सरकार ने टीवी को ऑल इंडिया रेडियो से अलग कर दिया। 1982 में पहली बार राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल की शुरुआत हुई। इसी साल देश में पहला कलर टीवी भी आया।
रेडियो
संचार के माध्यम के तौर पर रेडियो की भूमिका पर चर्चा होती है और लोगों को इस बाबत जागरूक किया जाता है। रेडियो एक ऐसी सेवा है जो दुनियाभर में सूचना का आदान-प्रदान करता है। आपदा या आपात कालीन स्थिति में रेडियो का महत्व बढ़ जाता है। सूचना फैलाने के लिए सबसे शक्तिशाली और सस्ते माध्यम के तौर पर रेडियो को जाना जाता है। भले ही रेडियो सदियों पुराना माध्यम हो लेकिन संचार के लिए इसका इस्तेमाल आज भी हो रहा है।
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