बहुत दिनों बाद मिले दो मित्रों के बीच संवाद को लगभग 40 शब्दों में लिखिए : In This article, We are providing बहुत समय बाद मिले दो दोस्तों के मध्य संवाद
बहुत दिनों बाद मिले दो मित्रों के बीच संवाद को लगभग 40 शब्दों में लिखिए : In This article, We are providing बहुत समय बाद मिले दो दोस्तों के मध्य संवाद लेखन and Sabjiyon Ki Badhti Kimat ko Lekar Do Mahilaon ke Beech Samvad Lekhan for Students and teachers.
बहुत दिनों बाद मिले दो मित्रों के बीच संवाद लेखन
नीना : अरे पूनम, बड़े दिनों बाद मिल रही हो, इतने दिनों से कहाँ गायब थीं ?
पूनम : क्या बताऊँ, पापा का दूसरी सिटी में ट्रांसफर हो गया, इसलिए जाना पड़ा।
नीना : तो कम से कम मिलकर जातीं। तुम तो बस अचानक से गायब हो गयीं।
पूनम : सबकुछ इतनी जल्दी में हुआ कि को बताने या मिलने का मौका ही नहीं मिला।
नीना : यहाँ किसी काम से आयी थीं क्या ?
पूनम : बस बैंक अकाउंट को अपनी शहर में ट्रांसफर कराना था। बस इसी सिलसिले में आना हुआ।
नीना : अच्छा, तो बैंक का काम हो गया ?
पूनम : कहाँ हुआ, तुम तो जानती ही हो कि कितने बहाने बनाते हैं बैंक वाले।
नीना : तुम्हारा अकाउंट पंजाब नेशनल बैंक में हैं न ?
पूनम : हाँ, क्यों ?
नीना : वहां के मैनेजर को मैं जानती हूँ, मेरे साथ चलो तुम्हारा काम चुटकी बजाते हो जायेगा।
पूनम : धन्यवाद।
बहुत समय बाद मिले दो दोस्तों के मध्य संवाद लेखन
दोस्त 1 : आखिरकार लॉकडाउन ख़त्म हुआ। हम इतने दिनों के बाद मिले रहे हैं।
दोस्त 2 : सही कह रहे हो , मुझे तो ऐसा लग रहा कि मानो बहुत सालों बाद रहे हों।
दोस्त 1 : तुमने लॉकडाउन में क्या किया ?
दोस्त 2 : सारा दिन घर के अंदर पड़े रहे, सच कहूँ तो समय काटना मुश्किल हो गया।
दोस्त 1 : अच्छा , मैंने भी बड़ी मुश्किल से समय काटा। लॉकडाउन में मेरी पढ़ाई भी अच्छे से नहीं हो पाई |
दोस्त 2 : इतने दिनों से घर में कैद थे। मुझे तो आज ऐसा लग रहा है मानो मैं जेल से आजाद हुआ हूँ।
दोस्त 1 : सही कह रहे हो, मुझे भी ऐसा ही लग रहा है। मैं तो घर में बंद रहे-रहे डिप्रेशन में जाने लगा था।
दोस्त 2 : लॉकडाउन ने हमें बहुत कुछ सिखाया है। सोचो उनपर क्या बीतती होगी जो सारा जिंदगी जेल में बंद रहकर गुजार देते हैं।
दोस्त 1 : सही मैं , घर के अंदर कैद होकर मैंने अपनी आज़ादी का महत्व समझा है।
Bahut Samay Baad Mile Do Dosto Ke Madhya Samvad
मित्र 1 : हेलो राज कैसे हो ? इतने दिनों से कहाँ थे ?
मित्र 2 : मैं ठीक हूँ, दरअसल मैंने पढाई के लिए दिल्ली में कोचिंग ज्वाइन कर ली हैं
मित्र 1 : ये तो बहुत बढियाँ खबर सुनाई तुमने। वैसे किस चीज की कोचिंग ले रहे हो ?
मित्र 2 : मैं मेडिकल की कोचिंग ले रहा हूँ,
मित्र 1 : अच्छा, लखनऊ कैसे आना हुआ ?
मित्र 2 : भाई, घरवालों और दोस्तों की बहुत याद आ रही थी, इसलिए चला आया।
मित्र 1 : ये तो तुमने बहुत अच्छा किया। वैसे दिल्ली वापस कब जाओगे ?
मित्र 2 : सोमवार को रात १० बजे की वापसी की ट्रेन है। क्यों ?
मित्र 1 : सोच रहा था, की अगर तुम्हारे पास समय होता तो कोई फिल्म देखने चलते।
मित्र 2 : चलो फिर कल शाम को चलते हैं क्योंकि आज मुझे काफी काम है।
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