दो मित्रों के बीच बिजली की समस्या पर संवाद लिखिये : In This article, We are providing दो मित्रों के बीच बिजली कटौती की समस्या पर संवाद लेखन and परीक्ष
दो मित्रों के बीच बिजली की समस्या पर संवाद लिखिये : In This article, We are providing दो मित्रों के बीच बिजली कटौती की समस्या पर संवाद लेखन and परीक्षा की अवधि में बिजली कटौती पर दो मित्रों के बीच संवाद for Students and teachers.
दो मित्रों के बीच बिजली की समस्या पर संवाद लेखन
राहुल : क्या यार! आज फिर से लाइट चली गई।
विजय : हा यार! यह तो रोज का ही हो गया है।
राहुल : आज तो इसकी शिकायत करनी पड़ेगा।
विजय : क्या शिकायत करें ? जब भी शिकायत करो बदलकर पुराना ट्रांसफार्मर लगा देते हैं।
राहुल : ये क्या बात हुई? जब टैक्स पूरा देते हैं तो काम से काम उन्हें नया ट्रांसफार्मर लगाना चाहिए।
विजय : यही तो भ्रष्टाचार है मेरे भाई। सब के सब मिले हुए हैं।
राहुल : ऐसा नहीं है। क्या तुमने कभी लिखित शिकायत दर्ज कराई ?
विजय : तुमने बिल्कुल सही कहा भाई। हम दोनों आज ही मुन्सिपल कारपोरेशन के आफिस जाते है और इसकी शिकायत दर्ज कराते है।
राहुल : चलो फिर देर कैसी।
दो मित्रों के बीच बिजली कटौती की समस्या पर संवाद
मोहन : हमारे गाव मे बिजली बड़ी समस्या है। दिन में 4 घंटे बिजली आ जाये तो बड़ी बात है।
सोहन : हाँ मोहन तुम एकदम ठीक कह रहे हो।
मोहन : लगता है कि सरपंच जी से बिजली संकट के बारे में बात करनी ही पड़ेगी। तभी जाकर कुछ हल निकलेगा।
सोहन : हाँ मोहन इस बिजली के कारण मेरी तो पढाई भी ठीक से नही हो पा रही है।
मोहन : मुझे तो लगता की मोमबत्ती जलाकर पढाई करनी पड़ेगी अब।
सोहन : और गर्मी के कैसे बढ़ोगे ? गर्मी के बाद बिजली संकट लोगों को परेशान कर रहा है।
मोहन : सभी का यही हाल है। अब तो कुछ करना ही पड़ेगा।
सोहन : चलो फिर सरपंच जी से मिलते हैं। शायद वही कोई समाधान निकाले।
परीक्षा की अवधि में बिजली कटौती पर दो मित्रों के बीच संवाद
रितु : हाय ज्योति, परीक्षा की तैयारी केसी चल रही है.
ज्योति : मेरी तैयारी तो ठीक चल रही है, तुम अपनी बताओ ?
रितु : हमारे यहाँ रोज़ बिजली का आना-जाना लगा रहता है।
ज्योति : फिर तो बड़ी परेशानी होती होगी ?
रितु : जैसे ही पढ़ने बैठो, बिजली चली जाती है।
ज्योति : तुम लोग कोई शिकायत क्यों नहीं करते ?
रितु : कितनी बार शिकायत की, पर कोई सुनता ही नहीं।
ज्योति : सचमुच बहुत गुस्सा आता होगा। अब पढाई कैसे करोगी क्योंकि परीक्षा भी निकट है।
रितु : यही सोचकर तो परेशान हूँ।
ज्योति : परेशां मत हो। एक काम करो परीक्षा होने तक तुम मेरे यहाँ रुक जाओ।
रितु : तुम्हारा बहुत-बहुत धन्यवाद। तुम वास्तव में मेरी सच्ची मित्र हो।
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