दो महिलाओं के बीच बिजली कटौती की समस्या पर संवाद : In This article, We are providing दो महिलाओं के बीच बिजली संकट पर संवाद लेखन and Do Mahilaon ke Bee
दो महिलाओं के बीच बिजली कटौती की समस्या पर संवाद : In This article, We are providing दो महिलाओं के बीच बिजली संकट पर संवाद लेखन and Do Mahilaon ke Beech Bijli Katauti par Samvad Lekhan for Students and teachers.
दो महिलाओं के बीच बिजली कटौती की समस्या पर संवाद
तनु : क्या बात है विभा? कुछ परेशान-सी दिख रही हो?
विभा : क्या कहूँ तनु, बिजली की कटौती से परेशान हूँ।
तनु : ठीक कह रही हो बहन, बिजली कब कट जाए, कुछ कह ही नहीं सकते हैं।
विभा : तनु, बिजली न होने से आज तो घर में बूंदभर भी पानी नहीं है। समझ में नहीं आता, नहाऊँ कैसे, बरतन कैसे धोऊँ।
तनु : आज सवेरे बच्चों को तैयार करके स्कूल भेजने में बड़ी परेशानी हुई।
विभा : यह तो रोज़ का नियम बन गया है। सुबह-शाम बिजली कट जाने से घरेलू कामों में बड़ी परेशानी होने लगी है।
तनु : दिनभर ऑफिस से थककर आओ कि घर कुछ आराम मिलेगा, पर हमारा चैन बिजली ने छीन लिया है।
विभा : अगले सप्ताह से बच्चों की परीक्षाएँ हैं। मैं तो परेशान हूँ कि उनकी तैयारी कैसे कराऊँगी?
तनु : चलो आज बिजली विभाग को शिकायत करते हुए ऑफिस चलेंगे।
विभा : यह बिलकुल ठीक रहेगा।
दो महिलाओं के बीच बिजली संकट पर संवाद
जिया : अरे ज्योति बहन कैसी हो?
ज्योति : क्या पूछती हो बहन इस बिजली कटौती ने तो नाक में दम कर के रखा है।
जिया : हां खैर यह तो रोज़ की समस्या बन गई है।
ज्योति : पहले तो बिजली कटौती नियमित समय पर होती थी तो सब काम आराम से होते रहते थे परंतु अब तो कोई समय ही नहीं है कि कब बिजली कट जाए।
जिया : हां इसी के चलते अब मैं अपने फोन और बाकी सभी उपकरण पहले से चार्ज करके और पानी भर कर रखती हूं।
ज्योति : यह सब तो मैं भी करके रखती हूं लेकिन कल मुझे अचानक कहीं जाना पड़ गया तो मैं पानी नहीं भर पाई और अब मेरे पास पीने का पानी भी नहीं है और बिजली भी कट गई है।
जिया : ओहो यह तो बहुत समस्या का विषय बन गया। पर तुम अब कहां जा रही हो?
ज्योति :अब मैं बिजली दफ्तर जा रही हूं इस बिजली कटौती की शिकायत करने।
जिया : अच्छा चलो मैं भी तुम्हारे साथ चलती हूं।
ज्योति : हां ठीक है।
Do Mahilaon ke Beech Bijli Sankat par Samvad
पहली महिला : आज कल बिजली कटौती बहुत ज्यादा हो गई है ।
दूसरी महिला : रेखा! तुम्हारे मोहल्ले में भी विद्युत-कटौती चल रही है क्या?
पहली महिला : हाँ रमा! हमारे मोहल्ले में रोज 1 घंटा बिजली काटते हैं।
दूसरी महिला : अरे! हमारे यहाँ तो 2 बार विद्युत-कटौती होती है। सुबह और शाम 1-1 घंटा।
पहली महिला : रमा! एक तो गर्मी का मौसम और उसपर बिजली की कटौती। हम तो परेशान हो गए बहन।
दूसरी महिला : हाँ, तुम ठीक कह रही हो। सारा दिन गर्मी में बैठना पडता है ।
पहली महिला : सही कहा बहन। बच्चों की पढ़ाई भी नहीं हो पा रही है। ऐसा कब तक चलेगा।
दूसरी महिला : हाँ, बिजली के बिना कोई काम ही नहीं होता ।
पहली महिला : ना जाने ये कब ठीक होगा।
दूसरी महिला : पता नहीं बहन।
Do Mahilaon ke Beech Bijli Katauti par Samvad
रेनू : आज सुबह से ही चार बार बिजली जा चुकी है ।
नीता : अरे बस गर्मी शुरू होते ही ये खेल शुरू हो जाता है ।
रेनू : गर्मी के मौसम में जैसे ही मांग बढ़ती है तो बिजली विभाग की आपूर्ति ही गड़बड़ा जाती है ।
नीता : अरे बिजली विभाग की आपूर्ति जो गड़बड़ाती है वो तो अलग बात है यहाँ तो हमारा सारा काम गड़बड़ा जाता है ।
रेनू : हमारा तो हमारा यहाँ तो बच्चे ही कितने परेशान हो रखे हैं ।बच्चों की परीक्षाएं भी शुरू होने वाली हैं और रात को जैसे ही पढ़ने बैठते हैं वैसे ही बिजली चली जाती है ।
नीता : सही कह रही हो रेनू । यदि लोग बिजली का उपयोग ढंग से करें तो इन समस्याओं से तो न जूझना पड़े। लेकिन लोगों को तो फ़ालतू बिजली जलाने का शौक है । बिजली और पंखा फ़ालतू चलते रहते हैं और उन्हें कुछ फर्क ही नहीं पड़ता ।
रेनू : तुम ठीक कह रही हो । इसी वजह से ओवरलोडिंग के कारण बिजली भी ठप्प हो जाती है ।
नीता : कुछ लोगों ने तो बिजली का कनेक्शन ही नहीं लिया हुआ है और तारों पर टांका मार कर अपने घर की बिजली चला रहे हैं । बिजली की चोरी के कारण भी आपूर्ति पूरी नहीं हो पाती ।
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