धन विधेयक और वित्त विधेयक में क्या अंतर है? स्पष्ट कीजिए। कोई विधेयक धन विधेयक है या वित्त विधेयक इसका निश्चय लोक सभा अध्यक्ष ही अन्तिम रूप से निर्धार
धन विधेयक और वित्त विधेयक में क्या अंतर है? स्पष्ट कीजिए।
कोई विधेयक धन विधेयक है या वित्त विधेयक इसका निश्चय लोक सभा अध्यक्ष ही अन्तिम रूप से निर्धारित करता है और यह निर्धारण दोनों के मध्य निम्नलिखित भेदों के आधार पर किया जाता है.
धन विधेयक और वित्त विधेयक में अंतर
- धन विधेयक (विनियोग विधेयक) पारित होने के साथ सरकार को राज कोष से धनराशि खर्च करने का अधिकार मिल जाता है, किन्तु इस व्यय की पूर्ती के लिए वित्तीय साधनों की प्राप्ति कर प्रस्तावों द्वारा सम्भव होती है। इस प्रकार संसद के समक्ष वित्त विधेयक प्रस्तुत किया जाता है।
- धन विधेयक राज्य सभा में पुनःस्थापित नहीं किया जा सकता और उसे राष्ट्रपति की पूर्व अनुमति से केवल लोक सभा में प्रस्तुत किया जाता है जबकि वित्त विधेयक वित्तमन्त्री के द्वारा लोक सभा में ही प्रस्तुत किया जाता है।
- धन विधेयक में प्रायः कोई परिवर्तन नहीं किया जाता जबकि वित्त विधेयक में बहस के दौरान सदस्यों द्वारा करों की दरों में परिवर्तन के लिए संशोधन प्रस्तुत किये जाते हैं।
- धन विधेयकों के सम्बन्ध में लोकसभा को उसे पारित करने की अन्तिम शक्ति प्राप्त होती है। धन विधेयक पर असहमति होने पर निचले सदन (लोक सभा) को उच्च सदन (राज्य सभा) की इच्छाओं की अवहेलना करने की पूरी शक्ति है जबकि वित्त विधेयक के सम्बन्ध में असहमति होने पर संविधान ने सदन के दोनों सदनों के बीच सहमति बनाने के लिए अनुच्छेद (188) के तहत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक का प्राविधान किया है।
- कोई विधेयक धन विधेयक तभी होगा जब वह अनुच्छेद (110) के अन्तर्गत दी गई उपबन्धों के अन्तर्गत आता होगा। जबकि वित्त विधेयक सरकार द्वारा आगामी. वर्ष के लिए जिन वित्तीय प्रस्तावों को पेश किया जाता है उन्हें वित्त विधेयक कहते हैं।
सम्बंधित प्रश्न :
- वित्त विधेयक के सम्बन्ध में लोकसभा के क्या विशेषाधिकार हैं?
- संसद की अवमानना से आप क्या समझते हैं?
- अधीनस्थ विधायन क्या है ? अधीनस्थ-प्रत्यायोजित विधायन से आप क्या समझते हैं ?
- क्या भारतीय संसद संप्रभु है समझाइए
- क्या भारतीय राष्ट्रपति 'रबर स्टैम्प' है ? पुष्टि कीजिए।
- संसद की समिति पद्धति पर टिप्पणी कीजिए।
- संसद और उसके सदस्यों के विशेषाधिकारों और उन्मुक्तियों की व्याख्या करें।
- लोकसभा का गठन एवं शक्तियों एवं लोकसभा के कार्यकाल की विवेचना कीजिए।
- राज्यसभा के मुख्य पदाधिकारी कौन कौन होते हैं?
- राज्य सभा के गैर संघीय तत्वों पर टिप्पणी कीजिए।
- संघीय व्यवस्था के परिप्रेक्ष्य में राज्य सभा की प्रासंगिकता समझाइये।
- भारत शासन अधिनियम 1935 के प्रमुख प्रावधानों की व्याख्या कीजिए और उसकी आलोचना कीजिए।
- लोकसभा अध्यक्ष के कार्य एवं अधिकार संक्षेप में बतायें।
- भारत के राष्ट्रपति की निर्वाचन प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
- उपराष्ट्रपति के कार्य एवं शक्तियों का वर्णन कीजिए।
- राष्ट्रपति पर महाभियोग लगाने की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
COMMENTS