अधीनस्थ विधायन क्या है? अधीनस्थ-प्रत्यायोजित विधायन से आप क्या समझते हैं ? अधीनस्थ-प्रत्यायोजित विधायन "जब विधायिका द्वारा कानून निर्माण की शक्ति किसी
अधीनस्थ विधायन क्या है? अधीनस्थ-प्रत्यायोजित विधायन से आप क्या समझते हैं ?
अधीनस्थ-प्रत्यायोजित विधायन
अधीनस्थ-प्रत्यायोजित विधायन "जब विधायिका द्वारा कानून निर्माण की शक्ति किसी एजेन्सी/अधिकारी को सौंप दी जाती है और एजेन्सी द्वारा विधायिका द्वारा निश्चित की गयी सीमाओं के भीतर विधि-निर्माण कार्य किया जाता है तो इसे अधीनस्थ विधायन कहते हैं।"
दूसरे शब्दों में "अधीनस्थ विधायन वह विशिष्ट विधायी प्रक्रिया है, जो विधायिका के जटिल एवं तकनीकी कार्यों का बेहतर संपादन करने की व्यवस्था करती है।"
आधुनिक लोककल्याणकारी राज्यों की सामाजिक आर्थिक भूमिका निरन्तर बढ़ती जा रही है। अत. विधायिका के सामने समय एवं कुशलता का अभाव बना रहता है। इसलिए संसद द्वारा किसी विधेयक के मात्र मूल सिद्धान्तों का निर्माण कर दिया जाता है तथा विस्तार करने तथा विधेयक का अध्ययन करने का कार्य किसी एजेन्सी द्वारा कराया जाता है। हालाँकि वर्तमान में यह प्रक्रिया बढ़ती जा रही है, किन्तु फिर भी अनेक आलोचकों ने इस प्रक्रिया की नौकरशाही की शक्तियों में बढ़ती निरकुशता बताकर आलोचना की है।
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