यहाँ पढ़िए परिवहन का अर्थ तथा जानिए परिवहन का महत्व कि किस प्रकार परिवहन देश के विकास में महत्वपूर्ण है। Meaning And Importance Of Transport in Hindi L
परिवहन का अर्थ, परिभाषा, महत्व एवं प्रकार
परिवहन का अर्थ (Transport in Hindi)
परिवहन का अर्थ उन गतिविधियों से है, जिनकी सहायता से सामान और व्यक्तियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुँचाया जाता है। व्यवसाय में परिवहन को एक सहायक क्रिया के रूप में देखा जाता है, जो कच्चे माल को उत्पादन के स्थान तक और तैयार समान को उपभोग/बिक्री के लिए लोगों तक पहुँचाने में व्यापार और उद्योग की सहायता करती है। वह व्यक्ति अथवा व्यावसायिक इकाईयाँ जो इस कार्य को करते हैं, उन्हें ट्रांसपोर्टर कहा जाता है। ट्रांसपोर्टर कच्चे माल, तैयार सामान, व्यक्तियों आदि को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने का कार्य करते हैं।
परिवहन का महत्व (Importance of Transport in Hindi)
परिवहन किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का आधार स्तम्भ होता है। परिवहन का सबसे बड़ा महत्व यह है कि यह दूरी की बाधा को समाप्त कर देता है, इसीलिए आजकल एक स्थान पर बनाई गई वस्तु अलग-अलग स्थानों पर तेजी से उपलब्ध हो जाती है। परिवहन किसी भी देश की अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करता है इसी कारण परिवहन को अर्थव्यवस्था का पहिया माना गया है। बिना परिवहन के कोई भी व्यापार एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकता है।
परिवहन के महत्व को निम्न बिन्दुओं में समझा जा सकता है।
1. | कच्चा माल उपलब्ध कराना : परिवहन का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इसके माध्यम से ही कच्चे माल को निर्माताओं और उत्पादकों को उपलब्ध कराना संभव हो पाता है, जहाँ उसे संसाधित तथा एकत्रित करके कच्चे माल से विभिन्न वस्तुएं निर्मितकी जाती हैं। |
2. | उपभोक्ताओं को वस्तुएं उपलब्ध कराना : परिवहन की सहायता से वस्तुओं तथा कच्चे माल को एक स्थान से दूसरे स्थान तक बड़ी आसानी और तेजी से पहुंचाया जा सकता है। इस प्रकार दूर-दराज के स्थानों पर भी विभिन्न वस्तुओं को फैले उपभोक्ताओं तक पहुँचाया जाता है। |
3. | लोगों का जीवन-स्तर बेहतर बनाना : परिवहन-साधनों की सहायता से कम लागत में बड़े पैमाने पर सामान का उत्पादन होता है। इससे लोगों में अपनी पसंद का और अलग-अलग कीमत वाला बढ़िया किस्म का सामान खरीदने की इच्छा जागती है। इससे लोगों का जीवन-स्तर ऊँचा उठता है। |
4. | कम लागत में अधिक उत्पादन को सुविधाजनक बनाता है : हम जानते हैं कि बड़े पैमाने पर उत्पादन सदा हमारी पसंद के स्थान पर होना सम्भव नहीं है, क्योंकि इसके लिए बड़े बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है, विशेषतः जमीन की, जो आसानी से हर जगह उपलब्ध नहीं होती है। परन्तु परिवहन, सुगमता से मानव शक्ति एवं आवश्यक कच्चा माल विनिर्माण के लिए अंतिम रूप से चयनित स्थान पर उपलब्ध करा देता है। बड़े पैमाने पर उत्पादन से प्रति इकाई लागत कम आती है। |
5. | आपातकाल की स्थिति में सहायता पहुँचाना : युद्ध या प्राकृतिक आपदा जैसी स्थिति में परिवहन का बड़ा महत्व होता है। युद्ध या आंतरिक गृहयुद्ध जैसी स्थिति में सेनाये परिवहन के साधनों का उपयोग का तीजी सी हालात पर काबू पाने का प्रयास करती हैं। तथा संकटग्रस्त इलाकों में तेजी से सहायता पहुंचती हैं। |
6. | रोजगार सृजन में सहायता करना : जब किसी देश में परिवहन के साधनों का विकास होता है तो उस देश में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होते हैं। लोगों को ड्राइवर, कंडक्टर, पायलट, विमान कर्मचारी, समुद्री जहाज के कैप्टन आदि के पदों पर रोजगार मिलता है। इसके अलावा परिवहन से कुछ अप्रत्यक्ष रोजगारों का सृजन भी होता है जैसे मोटर मकैनिक, सर्विस सेंटर आदि। परिवहन का विकास होने से मांग की पूर्ती तेजी से संभव हो पाती है जिससे कारखानों में मजदूरों को रोजगार मिलता है। |
7. | मजदूरों की गतिशीलता में सहायता : परिवहन सुविधाएँ मजदूरों को कार्य के स्थानों तक पहुँचाने में बहत मदद करती हैं। आपको मालम होगा कि दसरे देशों के उद्योगों और कारखानों में काम करने के लिए हमारे देश से लोग दूसरे देश जाते हैं और विदेशी भी हमारे देश में कार्य करने के लिए आते हैं। देश में भी लोग रोजगार की खोज में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं। साथ ही यह हमेशा संभव नहीं होता कि कारखाने के आस-पास से ही मजदूर मिल जाएँ। अधिकांश उद्योगों में लोगों को उनके निवास स्थान से कार्य स्थल तक लाने ले जाने के लिए परिवहन की अपनी व्यवस्था है। |
8. | राष्ट्रों को निकट लाने में सहायता : परिवहन से लोगों तथा माल के एक देश से दूसरे देश में आवागमन में सहायता मिलती है। इससे विभिन्न देशों के लोगों में संस्कृति, विचारों और रीति रिवाजों का आदान-प्रदान होता है। इससे लोगों में अन्य देशों के बारे में बेहतर समझ तथा ज्ञान उत्पन्न होता है। इस प्रकार परिवहन अंतर्राष्ट्रीय भाईचारा बढ़ाने में सहायता करता है। |
COMMENTS