Sadak Parivahan par Niabndh : सड़क परिवहन पर निबंध, टिपण्णी, सड़क परिपवहन के लाभ तथा समस्याएँ, सड़क परिवहन की भाषा तथा प्रकार।
Sadak Parivahan par Niabndh : सड़क परिवहन पर निबंध, टिपण्णी, सड़क परिपवहन के लाभ तथा समस्याएँ, सड़क परिवहन की भाषा तथा प्रकार।
Hindi Essay On "Road Transport", "सड़क परिवहन पर निबंध" for Students
सड़क परिवहन
सड़क परिवहन से आशय वस्तुओं या मनुष्यों को भूमि या सड़क मार्ग द्वारा एक स्थान से दुसरे स्थान ले जाने से है। सड़कें भूमि पर एक स्थान को दूसरे स्थान से जोड़ती हैं। चाहे गाँव हो या हो कस्बा या शहर गाँव, कस्बे या शहर सड़कें हमारे चारों ओर होती हैं। परन्तु सभी सड़कें एक जैसी नहीं होती। इनमें से कुछ तो बजरी से बनी होती है और कुछ पत्थर सीमेंट या तारकोल की बनी होती है।
बैलगाड़ियाँ, साईकिलें, मोटर-साईकिलें, कारें, ट्रक, बसें आदि इन्ही सड़कों पर चलती हैं। इन्हें सड़क परिवहन के विभिन्न साधन कहा जाता है। सड़क परिवहन के साधनों को तीन भागों में बनता गया है:
- मुनष्य द्वारा खींचे जाने वाले साधन
- पशुओं द्वारा खींचे जाने वाले साधन
- मोटर द्वारा खींचे या चलाए जाने वाले साधन
मुनष्य द्वारा खींचे जाने वाले साधन
हम जानते है कि कुछ लोग सिर पर, पीठ पर, साइकिल पर या ठेले पर सामान को एक जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं। जबकि कुछ लोग थोड़ी दूरी पर जाने के लिए साइकिल या रिक्शे का प्रयोग करते हैं। ऐसे साधनों को मनुष्य द्वारा खीचे जाने वाला परिवहन का साधन कहते हैं।
पशुओं द्वारा खींचे जाने वाले साधन
ग्रामीण क्षेत्रों में लोग आज भी फसलों तथा अन्य सामानों को पशुओं द्वारा खींची जाने वाली गाड़ियों के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाते हैं। ये गाड़ियाँ, बैलों, ऊँटों, घोड़ों या गधें द्वारा खींची जाती हैं। लोग स्वयं भी इन गाड़ियों पर यात्रा करते हैं। बैलगाड़ी, खड़खडा तथा बर्फ पर कुत्तों द्वारा खींची जाने वाली स्लेज पशुओं द्वारा खींचे जाने वाले परिवहन के प्रमुख साधन है। पर्वतीय प्रदेशों में खच्चरों को वरीयता दी जाती है जबकि उँटों का प्रयोग मरुस्थलीय क्षेत्रों में कारवाओं के संचालन में किया जाता है।कई बार पशुओं की पीठ पर लाद कर भी सामान एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाता है।
मोटर द्वारा खींचे या चलाए जाने वाले साधन
पिछले कई वर्ष से आदमी द्वारा या पशुओं द्वारा खींची जाने वाली गाड़ियों की अपेक्षा मोटर से चलने वाली गाड़ियाँ ज्यादा महत्वपूर्ण हो गई हैं। इसका कारण यह है कि ये गाड़ियाँ ज्यादा तेज गति से चलती हैं और इनकी सामान ढोने की क्षमता भी अधिक होती है। देश के कोने-कोने तक सड़कें बन जाने से भी मोटर वाहनों का उपयोग बढ़ा है। इन वाहनों में आटो रिक्शा, स्कूटर, वैन, बसें, टेम्पो और ट्रक शामिल हैं। कोलकाता में लोग ट्राम से यात्रा करते हैं। वह भी सड़क परिवहन का ही एक साधन है।
सड़क परिवहन के लाभ
सड़क परिवहन के निम्नलिखित लाभ हैं:
- परिवहन के अन्य साधनों की अपेक्षा सड़क परिवहन सस्ता पड़ता है।
- शीघ्र नाशवान वस्तुएं सड़क परिवहन के माध्यम से तेजी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाई जा सकती है।
- यह परिवहन का लचीला साधन है क्योंकि इससे सामान को किसी भी स्थान पर चढ़ाया और उतारा जा सकता है। इससे घर घर तक सामान पहुँचाया जा सकता है।
- यह लोगों को यात्रा में तथा माल को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाने में सहायता करता है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जो परिवहन के अन्य साधनों से नहीं जुड़े है, उदाहरणार्थ पर्वतीय क्षेत्र।
सड़क परिवहन की समस्या
इसकी निम्नलिखित समस्याएँ हैं:
- इसकी भार ढोने की क्षमता सीमित है, इसलिए लंबी दूरी के परिवहन के लिए यह किफ़ायती नहीं है।
- बहुत भारी सामान या बहुत ज्यादा सामान को इस व्यवस्था से ढोने में खर्च बहुत ज्यादा बैठता है।
- यह प्रतिकूल मौसम की स्थितियों से प्रभावित होता है, जैसे- बाढ़, वर्षा, भू-स्खलन आदि।
COMMENTS