स्टारफिश की जानकारी इन हिंदी। Starfish Essay in Hindi! स्टारफिश एक समुद्री जीव है। स्टारफिश को तारामीन, सी स्टार तारा मछली आदि नामों से भी जाना जाता है। यह दुनिया के सभी महासागरों में पाई जाती हैं। परंतु हिंद महासागर और प्रशांत महासागर में स्टारफिश की सबसे बड़ी आबादी रहती है। तारे जैसी आकृति होने के कारण इन्हें स्टारफिश या तारा मछली के नाम से जाना जाता है। तारा मछली के मध्य भाग में एक गोलाकार डिस्क होती है। तारा मछली की अधिकांश प्रजातियों में 5 भुजाएं होती हैं लेकिन इनकी संख्या अधिक भी हो सकती है। 40 भुजाओं वाली तारा मछली को सनस्टार कहा जाता है। यदि तारा मछली की कोई भुजा नष्ट हो जाती है तो वह नई भुजा विकसित कर लेती है। स्टारफ़िश की प्रत्येक भुजा के शीर्ष पर छोटी सूक्ष्म आँखें होती हैं। भले ही उनकी कई आँखें हों लेकिन वे बहुत अच्छी तरह से नहीं देख सकते हैं।एक स्टारफिश का मुंह उसके शरीर के नीचे की तरफ स्थित होता है।
स्टारफिश एक समुद्री जीव है। स्टारफिश को तारामीन, सी स्टार तारा मछली आदि नामों से भी जाना जाता है। यह दुनिया के सभी महासागरों में पाई जाती हैं। परंतु हिंद महासागर और प्रशांत महासागर में स्टारफिश की सबसे बड़ी आबादी रहती है। दुनिया में स्टारफिश की दो हजार से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
तारे जैसी आकृति होने के कारण इन्हें स्टारफिश या तारा मछली के नाम से जाना जाता है। तारा मछली के मध्य भाग में एक गोलाकार डिस्क होती है। तारा मछली की अधिकांश प्रजातियों में 5 भुजाएं होती हैं लेकिन इनकी संख्या अधिक भी हो सकती है। 40 भुजाओं वाली तारा मछली को सनस्टार कहा जाता है। यदि तारा मछली की कोई भुजा नष्ट हो जाती है तो वह नई भुजा विकसित कर लेती है। स्टारफ़िश की प्रत्येक भुजा के शीर्ष पर छोटी सूक्ष्म आँखें होती हैं। भले ही उनकी कई आँखें हों लेकिन वे बहुत अच्छी तरह से नहीं देख सकते हैं।एक स्टारफिश का मुंह उसके शरीर के नीचे की तरफ स्थित होता है।
हालांकि इन्हें स्टारफिश कहा जाता है परंतु यह वास्तव में मछली नहीं है। स्टारफिश में ना तो मछली के समान पंख होते हैं और ना ही श्वसन के लिए गलफड़े। स्टारफिश तो समुद्री अकशेरुकी जीवो के समूह से संबंधित है जैसे समुद्री ककड़ी, समुद्री अर्चन और रेत डॉलर आदि। तारा मछली गहरे समुद्र और उथले पानी दोनों में ही पाई जाती है। प्रजातियों के आधार पर तारा मछली अलग-अलग आकार की हो सकती है। आम तौर पर उनकी लंबाई 5 से 10 इंच होती है और उनका वजन 11 पाउंड तक हो सकता है।
तारा मछली की संरचना अन्य जीवों से अलग होती है। उनमें ना तो दिमाग होता है और ना ही अन्य जीवो की तरह खून। तारा मछली में रक्त के स्थान पर एक जल संवहन प्रणाली पाई जाती है। तारा मछली समुद्री जल से विभिन्न अंगों द्वारा पोषक तत्व अवशोषित कर लेती है। तारा मछली की भुजा के भीतरी ओर नरम अंगूली के समान उपांग रहता है। जिसका नाम ट्यूब किट अथवा नालीपद है। ये नालिपद खोखले होते है और इनके अंतिम सिरे पर शोषक होता है। नालिपदो की सहायता से जल खींचकर फिर बाहर निकलकर तारा मछलियां अपना शिकार पकड़ती हैं। स्टारफिश ट्यूब फीट का उपयोग करके चलती है।
धीमी गति से चलने के कारण जब समुद्र की लहरें तारा मछली को किनारे पर लाती हैं तो यह अन्य मछलियों, केकड़ों, शार्क, मनुष्य और पक्षियों सहित कई अन्य जानवरों का आसान शिकार बन जाती हैं। वर्तमान में तेजी से नष्ट होते आवास और प्रदूषण के कारण तारा मछली तेजी से लुप्त हो रही है।
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