ईद उल फितर पर निबंध। Eid ul Fitr Essay in Hindi : भारत एक ऐसा देश है जहाँ पर अनेक धर्मों के लोग निवास करते हैं। यहाँ पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख और इसाई आदि रहते हैं। उनके त्यौहार भी अलग-अलग मनाये जाते हैं। वे सभी एक दूसरे के त्यौहारों को बड़े प्रेम भाव से मनाते हैं। ईद का त्यौहार रमजान के महीने के बाद तीज को मनाया जाता है। इसके मनाये जाने की घोषणा दिल्ली के इमाम बुखारी द्वारा की जाती है। उन्ही के सन्देश के अनुसार मुस्लिम धर्म के लोग ईद का चाँद देखते हैं।
ईद उल फितर पर निबंध। Eid ul Fitr Essay in Hindi
प्रस्तावना : भारत एक ऐसा देश है जहाँ पर अनेक धर्मों के लोग निवास करते हैं। यहाँ पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख और इसाई आदि रहते हैं। उनके त्यौहार भी अलग-अलग मनाये जाते हैं। वे सभी एक दूसरे के त्यौहारों को बड़े प्रेम भाव से मनाते हैं और आपस में सहयोग करते हैं। यही भारत की बड़ी विशेषता है। यहाँ विभिन्नता के होते हुए भी एकता है। हिन्दुओं के होली और दीपावली की तरह ईद मुसलामानों का एक प्रसिद्ध त्यौहार है। भारत देश त्यौहारों की भूमि है यहाँ के त्यौहार मनोरंजन के मुख्य साधन बने हुए है।
ईद मनाये जाने का समय : ईद का त्यौहार रमजान के महीने के बाद तीज को मनाया जाता है। इसके मनाये जाने की घोषणा दिल्ली के इमाम बुखारी द्वारा की जाती है। उन्ही के सन्देश के अनुसार मुस्लिम धर्म के लोग ईद का चाँद देखते हैं। ईद के त्यौहार से पहले 30 दिन का कठोर व्रत रखा जाता है। इस दिन सभी वृत्त रखने वाले ईदगाह में जाकर नमाज पढ़ते हैं और परमात्मा से दुआएं मांगते हैं।
ईद की तैयारियां : ईद मुस्लिम धर्म का एक बड़ा त्यौहार है। इस दिन सभी लोग प्रसन्न दिखाई देते हैं। सभी नए-नए कपड़े धारण करते हैं। बच्चे अत्यंत खुश होते हैं। वे प्रसन्न होकर इधर-उधर घूमते हैं। एक दूसरे से मिलते जुलते हैं। ईद के समय ईदगाह पर इकट्ठे होते हैं। जब धर्मगुरु आदेश देता है तो वे अल्लाह की वंदना करते हैं। सफ़ेद पोशाक में जब वे पंक्तिबद्ध खड़े होते हैं उनकी कतारें मन को आकर्षित करती हैं। नमाज के बाद वे घर आकर त्यौहार मनाते हैं। बाजारों से होते हुए झांकियां निकाली जाती हैं। बैण्ड बाजों की ध्वनि के साथ प्रत्येक प्रसन्न दिखाई देता है। इस दिन वे एक-दूसरे से ईद मिलते हैं तथा उपहार भी बांटते हैं। बच्चे चमकीले वस्त्र धारण करते हैं। सभी एक-दूसरे से गले मिलकर भाई-चारे की भावना प्रकट करते हैं।
ईद का वर्णन : घर-घर में पकवान बनाए जाते हैं। दूर-दूर से लोग ईद मनाने के लिए अपने-अपने घरों पर आते हैं और एक-दूसरे के गले मिलते हैं। ईद पर मेले का भी आयोजन किया जाता है, अनेक प्रकार की दुकानें सजाई जाती हैं। बच्चे तरह-तरह के खिलौने और खाद्य वस्तुएं खरीदते हैं। गृहस्थ लोग अपनी आवश्यकता की वस्तुएं खरीदते हैं। रात को मुशायरा और कव्वाली आदि का आयोजन किया जाता है। ईद के त्यौहार को पूर्ण भाईचारे के साथ मनाये जाने के लिए हमारी सरकार पूर्ण प्रबंध करती है। पुलिस का भी प्रबंध किया जाता है। बाजारों को सजाया जाता है।
इस प्रकार ईद का त्यौहार भारत का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। पूरे महीने के कठोर व्रत के बाद चन्द्र दर्शन का विशेष महत्व होता है। इस प्रकार ईद का त्यौहार असीम प्रसन्नताओं के साथ संपन्न होता है। हमारे देश के प्रमुख त्यौहार देश की अखंडता को बनाए रखने में सहायता करते हैं। कोई सम्प्रदाय एक-दूसरे के प्रति ईर्ष्या भाव प्रकट न करके एक-दूसरे के त्यौहार में सहयोग करते हैं।
उपसंहार : भारत की अखंडता के लिए ईद जैसे त्यौहार का अपना महत्व है। हिन्दू, मुसलमान, सिख और ईसाई सभी आपस में एक-दूसरे के गले मिलकर मन की बुराइयां दो दूर कर लेते हैं और फिर से प्रेम की धारा बहने लगती है। होली, दीपावली, दशहरा, ईद और क्रिसमस जैसे त्यौहारों का मनाया जाना ही भारत की एक महिमा है। ईश्वर करे की ईद हमारे जीवन में बार-बार आये।
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