क्रिया के मूल रूप अर्थात धातु के साथ 'ना' जोड़ने से क्रिया का सामान्य रूप बनता है। जैसे- पढ़ + ना =पढ़ना लिख + ना =लिखना जा + ना =जाना खा + ना =खाना।
धातु इन हिंदी |
धातु- क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं।
जैसे - पढ़ , लिख , आ ,खा , जा , सो , हंस।
'पढ़' धातु से अनेक क्रिया रूप बनते हैं।धातु ही संस्कृत शब्दों के निर्माण के लिए मूल तत्त्व (कच्चा माल) है। जैसे -पढ़ा,पढ़ताहै ,पढ़ना,पढ़ाथा ,पढ़िए, गया गाता है , गाईये आदि ।
इनमें पढ़ एक ऐसा अंश है , जो सभी रूपों में मिल रहा है। इस समान रूप से मिलने वाले अंश को धातुयाक्रिया धातु कहते हैं।
सामान्य क्रिया- क्रिया के मूल रूप अर्थात धातु के साथ 'ना' जोड़ने से क्रिया का सामान्य रूप बनता है।
जैसे- पढ़ + ना =पढ़ना
लिख + ना =लिखना
जा + ना =जाना
खा + ना =खाना।
जैसे- पढ़ + ना =पढ़ना
लिख + ना =लिखना
जा + ना =जाना
खा + ना =खाना।
धातु के भेद इस प्रकार हैं -
1. सामान्य ( मूल ) धातु- सामान्य , मूल या रूढ़ क्रिया धातुएं रूढ़ शब्द के रूप में प्रचलित हैं! यौगिक अथवा व्युत्पन्न न होनेके कारण ही इन्हें सामान्य या सरल धातुएं भी कहते हैं।
जैसे - सुनना , खेलना , लिखना , जाना , खाना आदि।
2. व्युत्पन्न धातु- जो धातुएं किसी मूल धातु में प्रत्यय लगा कर अथवा मूल धातु को किसी अन्य प्रकार से बदलकर बनाई जाती हैं , उन्हें व्युत्पन्न धातुएं कहते हैं।
जैसे -
मूल रूप व्युत्पन्न धातु ( प्रेरणार्थक ) व्युत्पन्न ( अकर्मक)
1. काटना कटवाना कटना
2. खाना खिलाना खिलवाना
3. खोलना खुलवाना खुलना
4 . धोना धुलवाना धुलना
मूल धातुएं अकर्मक होती हैं , या सकर्मक ! मूल अकर्मक धातुओं से प्रेरणार्थक अथवा सकर्मक धातुएं व्युत्पन्न होती हैं !
3. नाम धातु- संज्ञा , सर्वनाम और विशेषण शब्दों के पीछे प्रत्यय लगाकर जो क्रिया धातुएं बनती हैं , उन्हें नाम धातु क्रिया कहते हैं।
जैसे : संज्ञा शब्दों से-लाज से लजाना,बात से बतियाना। हिनहिन से हिनहिनाना, - विशेषण शब्दों से- गर्म से गर्माना,मोटा से मुटाना। - सर्वनाम से- अपना सेअपनाना आदि ।
4. मिश्र धातु- जिन संज्ञा , विशेषण और क्रिया विशेषण शब्दों के बाद 'करना' यह होना
जैसे क्रिया पदों के प्रयोग से जो नई क्रिया धातुएं बनती हैं , उन्हें मिश्र धातुएं कहते हैं।
1. होना या करना - काम करना , काम होना।
2. देना- धन देना , उधार देना।
3. खाना - मार खाना , हवा खाना।
4. मारना- गोता मारना , डींग मारना।
5. लेना- जान लेना , खा लेना।
6. जाना- पी जाना , सो जाना।
7. आना- याद आना , नजर आना।
5- अनुकरणात्मक धातु- जो धातुएं किसी ध्वनि के अनुकरण पर बनाई जाती हैं , अनुकरणात्मक धातुएं कहते हैं।
जैसे - टनटन - टनटनाना , चटकना , पटकना , खटकना धातुएं भी अनुकरणात्मक धातुओं के अंतर्गत आती हैं।
COMMENTS